EAC PM Report On Hindu Population: सपा ने प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार परिषद की उस रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया दी है जिसमें यह दावा किया गया है कि साल 1950 से साल 2015 के अंतराल भारत में हिन्दुओं की आबादी 7.8 फीसदी कम हो गई है।
सपा के प्रवक्ता फखरुल हसन चांद ने कहा कि जनता भाजपा से दस सालों का हिसाब मांग रही है, और ये भाजपा बताने के लिए तैयार नहीं है। बीजेपी अपना चुनाव प्रचार हिंदू-मुस्लिम पर शुरू करती है और अब इनके राजनीति में आबादी की एंट्री हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि समाजावादी पार्टी समझती है कि हिंदुस्तान में जितनी भी अभी तक जनगणना हुई है, उनके आंकड़ो को देखा जाए तो बीजेपी के सलाहकार मंडली, बीजेपी नेताओं के दावे फर्जी निकलेंगे। असल में बीजेपी मुद्दों से जनता का ध्यान हटाने की कोशिश कर रही है, लेकिन जनता समझदार है किसान, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर वोट डालती है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में आजादी के बाद से 1950 से 2015 के बीच हिंदुओं की आबादी में कमी आई है। जबकि मुस्लिम आबादी 9.84% से बढ़कर 14.09% हो गई है। ईसाई आबादी की हिस्सेदारी 2.24% से बढ़कर 2.36% हो चुकी है। देश में सिख समुदाय की आबादी 1.24% से बढ़कर 1.85% हो गई है। बता दें कि रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत में हिंदू आबादी का हिस्सा 1950 और 2015 के बीच 7.82% कम हुआ है। आंकड़ों में दावा किया गया है कि हिंदू आबादी 84.68% से घटकर 78.06% पहुंच गई है। दूसरी तरफ मुस्लिम आबादी 1950 में 9.84% थी जो साल 2015 में बढ़कर 14.09% हो चुकी है।
रिपोर्ट के संदर्भ में उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि, इसलिए इस देश में सामान नागरिक संहिता की जरूरत बहुत ज्यादा है। जैसे हिंदू एक विवाह करेगा उसी तरह मुस्लिम को भी एक विवाह करना होगा। यह नहीं कि, हम पांच और हमारे 25 के फॉर्मूले से आबादी बढ़े और देश में फिर एक बार पाकिस्तान की मांग तेज हो जाए।
प्रियंका गांधी ने भी पीएम परिषद की रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह लोग तो रोज-रोज कुछ नया बोलते ही रहते हैं। अपने आप कोई मुद्दा नहीं होता तो कोई नया मुद्दा उछाल देते हैं। फिर उन्होंने मीडिया के लोगों से आग्रह किया कि आप लोग जनता से जुड़े मुद्दे उठाएं।
EAC PM Report Link… https://eacpm.gov.in/wp-content/uploads/2024/05/Share-of-Religious-Minorities-EAC-PM-Working-Paper.pdf