महाकुंभ मेले में मौनी अमावस्या के स्नान पर्व पर भीड़ बढ़ने से रात के दो बजे भगदड़ का माहौल बन गया। वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस भगदड़ में संगम नोज के करीब दर्जनों लोगों के घायल और 10 लोगों के मौत की खबर मिली है। जबकि दर्जनों एम्बुलेंस से घायलों को केंद्रीय चिकित्सालय महाकुंभ लाया गया है, जहां घायलों का उपचार चल रहा है। गंभीर रूप से घायल श्रद्धालुओं को हायर सेंटर भी रेफर किया गया है।
मौनी अमावस्या का अमृत स्नान रद्द
महाकुंभ में संगम स्थली पर मची भगदड़ के बाद आज का अमृत स्नान रद्द कर दिया गया है।अखाड़ा परिषद ने यह फैसला लिया है। श्रद्धालुओं के स्नान में कोई रोक नहीं है।
पीएम मोदी ने सीएम योगी से एक घंटे में 2 बार की बात
महाकुंभ के संगम नोज में भगदड़ के एक घंटे के अंदर PM मोदी ने दो बार की CM योगी से बात की और राहत-बचाव पर कार्य का अपडेट लिया। वहीं वे लगातार इस खबर पर नजर बनाए हुए हैं। वहीं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी सीएम योगी से बात कर हालात का जायजा लिया। उन्होंने केंद्र से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
सीएम योगी की श्रद्धालुओं से अपील
1. जिस गंगा घाट के समीप हैं, वहीं स्नान करें।
2. संगम नोज की ओर जाने की न करें प्रयास।
3. प्रशासन के निर्देशन का करें अनुपालन।
4. किसी भी अफवाह पर ध्यान ना दें।
आत्म अनुशासन का पालन करते हुए सावधानी पूर्वक स्नान करें
बाबा रामदेव ने कहा है कि करोड़ों श्रद्धालुओं के इस हुजूम को देखते हुए हमने फिलहाल केवल सांकेतिक स्नान किया है। इसके साथ ही समूचे राष्ट्र और विश्व के कल्याण की कामनाा की गई है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि हम भक्ति के अतिरेक में न बहें और आत्म अनुशासन का पालन करते हुए सावधानी पूर्वक स्नान करें। वहीं जूना अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी ने भी कहा कि हमने फिलहाल सांकेतिक स्नान किया है।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा सबसे ज्यादा जरूरी
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविन्द्र पुरी ने बताया कि इस वक्त 12 करोड़ से अधिक श्रद्धालु प्रयागराज में हैं। इतनी बड़ी तादाद में भीड़ को कंट्रोल करना मुश्किल होता है। हमारे साथ लाखों की संख्या में संतों का हुजूम है। हमारे लिए श्रद्धालुओं की सुरक्षा सबसे ज्यादा जरूरी है।
महाकुंभ में भगदड़ की अभी तक बड़ी अपडेट
- महानिर्वाणी अखाड़े ने अमृत स्नान टाला।
- मेला क्षेत्र में क्राउड डायवर्जन प्लान लागू।
- श्रद्धालुओं की महाकुंभ में एंट्री रोकी गई।
- घायलों को पहुंचाने कि लिए ग्रीन कॉरिडोर।