हाल ही में सोशल मीडिया और कुछ खबरों में यह दावा किया गया था कि अयोध्या के राम मंदिर परिसर की मिट्टी दर्शन करने आए भक्तों में बांटी जाएगी। इस खबर पर विराम लगाते हुए राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने स्पष्ट रूप से इसे अफवाह बताया है। नृपेंद्र मिश्रा ने कहा, “हम नहीं चाहते कि पूजनीय मिट्टी को परिसर से बाहर ले जाया जाए। यह मिट्टी राम मंदिर परिसर के भीतर ही उपयोग में लाई जाएगी, विशेषकर उस स्थान पर जहां साधना स्थल और पार्क बनाया जाना है।”
राम मंदिर परिसर में तेज़ी से आगे बढ़ रहा है निर्माण कार्य
राम मंदिर निर्माण समिति के अनुसार, आगामी 6 महीनों में मंदिर निर्माण अपने समापन चरण की ओर बढ़ जाएगा। इसी कड़ी में तीन बड़े निर्माण कार्यों की शुरुआत हो चुकी है। सबसे अहम कार्य लगभग 4 किलोमीटर लंबी सुरक्षा दीवार का निर्माण है, जो मंदिर की सुरक्षा को और मजबूत करेगा।
इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड बना रही है सुरक्षा दीवार
राम मंदिर परिसर की सुरक्षा दीवार इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड द्वारा बनाई जा रही है। इसकी ऊंचाई, मोटाई और स्वरूप को लेकर अंतिम निर्णय हो चुका है। निर्माण का कार्य स्वायल टेस्टिंग के साथ प्रारंभ हो गया है और यह दीवार 18 महीनों के भीतर पूरी हो जाएगी।
मिट्टी को लेकर श्रद्धालुओं की भावना का सम्मान
नृपेंद्र मिश्रा ने कहा कि राम मंदिर की मिट्टी भक्तों के लिए पूजनीय है, और इसीलिए वह नहीं चाहते कि किसी भी रूप में भक्तों की आस्था को ठेस पहुंचे। मिट्टी को केवल मंदिर परिसर में उपयोग किया जाएगा, न कि भक्तों में वितरित किया जाएगा।