अयोध्या में बन रहे राम मंदिर को अगले साल 15 जनवरी के बाद लोकार्पित किए जाने का टारगेट है। मंदिर के निर्माण में तेजी आई है। अब मंदिर के सुरक्षा को लेकर भी कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं। मंदिर की सुरक्षा प्लान पर कतरीबन 38 करोड़ रुपए खर्च होंगे। मंदिर की सुरक्षा में कोई गड़बड़ी न हो इसके लिए धनराशि की स्वीकृत भी कर दिया गया है।
आपको बता कें कि कुछ ही दिनों में मंदिर के सुरक्षा की डीपीआर शासन को भेजी जाएगी। इस डीपीआर में जल, थल और नभ तीनों तरफ से सुरक्षा का खाका तैयार किया गया है। मंदिर के सुरक्षा को पुख्ता किए जाने को लेकर भी डेडलाइन तय कर दी गई है। योजना के पहले स्टेप पर जल्द काम शुरु होने की तैयारी है। टारगेट है कि लोकार्पण से पहले राम मंदिर की सुरक्षा के पुख्ता दिखेगी।
राम मंदिर के लोकार्पण से पहले ही प्रशासन दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा पुख्ता करने की रणनीति पर काम कर रहा है। मंदिर हवाई हमले से सुरक्षित रहे इसके लिए सरयू नदी और जमीन से सुरक्षा का खाका तैयार किया जा रहा है। मंदिर के बाहर की सुरक्षा की जिम्मेदारी प्रशासन के कंधों पर होगी। मंदिर के अंदर की सुरक्षा व्यवस्था को ट्रस्ट की निगरानी में रहेगा। प्रशासनिक अधिकारी मंदिर के अंदर की सुरक्षा में भी तालमेल बैठाकर काम करेंगे।
मंदिर के बाहर पैरामिलिट्री सहित तमाम अन्य फोर्स की भी तैनाती की जाएगी। हवाई सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक संयंत्र और सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इसके साथ ही फायर सेफ्टी, बोलार्ट, बुलेट प्रूफ जैकेट, सर्च लाइट लगाई जाएगी। सरयू नदी की ओर से भी सुरक्षा पर फोकस होगा। मंदिर की सुरक्षा पर नजर रखने के लिए आधुनिक उपकरणों वाल कंट्रोल रूम बनाया जाएगा।
मंडलायुक्त गौरव दयाल की मानें तो रामलला के मंदिर का सिक्योरिटी प्लान तैयार है। पहले चरण में इसके लिए लगभग 38 करोड़ रुपये स्वीकृत कर दिए गए हैं। राम मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए नवंबर की डेडलाइन तय कर दी गई है।