अयोध्या, अपनी धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर के कारण, एक विशेष महत्व रखता है। इसी को ध्यान में रखते हुए, गुटखा, बीड़ी और शराब के विज्ञापनों पर पहले से ही प्रतिबंध लगा हुआ है। अब अंत:वस्त्रों के विज्ञापनों पर भी प्रतिबंध लगाया गया है। यह निर्णय महापौर महंत गिरीशपति त्रिपाठी की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया।
कर वसूली को लेकर महापौर की सख्ती
महापौर महंत गिरीशपति त्रिपाठी ने नगर आयुक्त संतोष शर्मा के साथ कर वसूली की समीक्षा की। उन्होंने घटते कर संग्रहण पर नाराजगी जाहिर की और शत प्रतिशत भवनों से कर वसूली का जोर दिया। उन्होंने अगले महीने तक सभी भवनों के आच्छादन के साथ कर वसूली की जरूरत पर बल दिया।
आर्थिक और व्यापारिक गतिविधियों का समर्थन
समीक्षा बैठक में पता चला कि वित्तीय वर्ष में अब तक 21,594 करदाताओं से 43.21 करोड़ रुपये की वसूली की गई। महापौर ने नगर में व्यावसायिक गतिविधियों को बढ़ावा देने पर जोर दिया। नई संपत्तियों के उपयोग से आय बढ़ाने की योजना बनाई गई है, जिससे अयोध्या आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं प्राप्त होंगी।
कर वसूली में तेज़ी के उपाय
नगर आयुक्त ने धीमी कर वसूली पर असंतोष व्यक्त किया और एक सप्ताह के भीतर नोटिस वितरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। डिजिटल पेमेंट और एसएमएस नोटिस भेजने जैसी सुविधाओं के माध्यम से वसूली प्रक्रिया को सरल बनाने की योजनाएं बनाई जा रही हैं। इस प्रकार, अयोध्या में धार्मिक और सांस्कृतिक मान्यताओं को ध्यान में रखते हुए विज्ञापन और आर्थिक नीतियों में सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं।