ठाकुर बांके बिहारी जी को करौली राजघराने से वापस वृंदावन लाने के लिए गोस्वामी रूपानंद ने अपने प्राणों की आहुति दी। जानिए इस तीन शताब्दी पुराने इतिहास के प्रमुख पात्र और घटनाएं।
ठाकुर बांके बिहारी जी को करौली राजघराने से वापस वृंदावन लाने के लिए गोस्वामी रूपानंद ने अपने प्राणों की आहुति दी। जानिए इस तीन शताब्दी पुराने इतिहास के प्रमुख पात्र और घटनाएं।