नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की सुरक्षा के लिए 1,047 CISF जवान तैनात होंगे। स्थायी आवास तैयार होने तक GNIDA 200 फ्लैट देगा किराए पर। यमुना प्राधिकरण बनाएगा स्थायी आवास सेक्टर 22A में।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की सुरक्षा के लिए 1,047 CISF जवान तैनात होंगे। स्थायी आवास तैयार होने तक GNIDA 200 फ्लैट देगा किराए पर। यमुना प्राधिकरण बनाएगा स्थायी आवास सेक्टर 22A में।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जो देश के सबसे बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में से एक है, को उसके कमर्शियल ऑपरेशन से पहले ही भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। एयरपोर्ट का निर्माण कार्य अभी पूरा नहीं हुआ है, और इसी कारण हर दिन 10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया जा रहा है।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (NIA) से उड़ान शुरू होने में अभी और इंतजार करना होगा। पहले इसका संचालन अप्रैल 2025 में शुरू होने की योजना थी, लेकिन Directorate General of Civil Aviation (DGCA) द्वारा आवश्यक एयरोड्रम लाइसेंस जारी न किए जाने के कारण यह देरी हो रही है।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) पर अप्रैल के पहले सप्ताह से नियमित उड़ानों (Regular Flights) के शुरू होने की संभावना है। इससे पहले, सुरक्षा व्यवस्था (Security System) को मजबूत किया जा रहा है, ताकि यात्रियों और हवाई अड्डे की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) की 83वीं बोर्ड बैठक का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं प्रमुख सचिव औद्योगिक विकास आलोक कुमार ने की। इस बैठक में कुल 51 प्रस्तावों को मंजूरी दी गई।
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास एक्सपोर्ट हब विकसित करने को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में इनोवा फूड पार्क, विश्व बैंक, AISATS, YIAPL और NIAL के प्रतिनिधि शामिल हुए।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जो जेवर में बन रहा है, देश का पहला ऐसा एयरपोर्ट होगा जिसे चालू होने से पहले ही तीन एक्सप्रेसवे से जोड़ा जा रहा है। अब इसे गंगा एक्सप्रेसवे और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जोड़ने की योजना भी तेजी से कार्यान्वित की जा रही है। इस कनेक्टिविटी के लिए ग्रीन फील्ड लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण प्रस्तावित है।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को जोड़ने के लिए दो मुख्य सड़कों के निर्माण की तैयारी की जा रही है। इनमें से एक कार्गो के लिए और दूसरी वीवीआईपी मूवमेंट और इमरजेंसी के लिए होगी।
योगी सरकार उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने के लिए नोएडा में एक और एक्सपोर्ट हब बनाने जा रही है। इस दौरान सरकार ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास एक्सपोर्ट हब विकसित करने का फैसला लिया है।
अधिकारियों की रिपोर्ट से पता चला है, जेवर हवाईअड्डे पर एटीसी बिल्डिंग पूरी होने के करीब, दो शेष मंजिलें दिसंबर के अंत तक तैयार होने की उम्मीद है।
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार इस महीने एक नई योजना का अनावरण करने के लिए तैयार है, जिसका लक्ष्य नोएडा को राज्य के विमानन केंद्र में बदलना है। राज्य सरकार ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए जेवर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (NIAL) के पास 1000 एकड़ जमीन आवंटित की है।