प्रयागराज महाकुंभ सिर्फ धार्मिक आस्था और आध्यात्मिकता का केंद्र नहीं रहा, बल्कि इसने लाखों लोगों की आर्थिक स्थिति (Financial Condition) को भी बदल दिया। इस महाकुंभ ने छोटे कारोबारियों, दुकानदारों और नाविकों के जीवन में आर्थिक समृद्धि (Economic Prosperity) की नई लहर पैदा की।