प्रयागराज महाकुंभ में वैष्णव साधुओं द्वारा एक दुर्लभ तपस्या का प्रारंभ हुआ है, जिसमें साधक जलती आग के बीच बैठकर आध्यात्मिक साधना करते हैं। बसंत पंचमी के पावन दिन से शुरू हुई इस कठोर साधना को "पंच धूनी तपस्या" या "अग्नि स्नान साधना" कहा जाता है।
प्रयागराज महाकुंभ में वैष्णव साधुओं द्वारा एक दुर्लभ तपस्या का प्रारंभ हुआ है, जिसमें साधक जलती आग के बीच बैठकर आध्यात्मिक साधना करते हैं। बसंत पंचमी के पावन दिन से शुरू हुई इस कठोर साधना को "पंच धूनी तपस्या" या "अग्नि स्नान साधना" कहा जाता है।
योगी सरकार अपने वार्षिक बजट को अंतिम रूप देने में जुटी हुई है। अनुमान है कि यह बजट फरवरी के अंतिम सप्ताह में पेश किया जाएगा।
नोएडा प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम ने सेक्टर 166 और 167 का निरीक्षण किया। इस दौरान जल एवं सीवर विभाग के महाप्रबंधक, वरिष्ठ प्रबंधक और अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
बसंत पंचमी के पावन अवसर पर महाकुंभ के तीसरे अमृत स्नान के दौरान स्वच्छता व्यवस्था को लेकर उल्लेखनीय प्रबंध किए गए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में मेला क्षेत्र को साफ-सुथरा और सुरक्षित बनाए रखने का लक्ष्य सफल होते हुए दिख रहा है।
वृंदावन में बसंत पंचमी के अवसर पर होली महोत्सव की धूमधाम से शुरुआत हुई। बांके बिहारी मंदिर में पुजारियों ने भगवान के गालों पर गुलाल लगाया और फिर श्रद्धालुओं के बीच प्रसादी गुलाल वितरित किया।
भारत-भूटान संबंधों को मजबूती देने की दिशा में महत्वपूर्ण पहल...
सपा प्रमुख ने अयोध्या की जनसभा में कहा—"यह चुनाव नहीं, सत्ता के अहंकार को चुनौती है"...
महाकुंभ केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि आत्मिक उत्थान का एक महान अवसर है। आनंदधाम के पीठाधीश्वर सद्गुरु ऋतेश्वर महाराज के अनुसार, महाकुंभ केवल संतों और तपस्वियों के लिए नहीं, बल्कि प्रत्येक व्यक्ति के लिए है।
मिल्कीपुर विधानसभा सीट के उपचुनाव में शुक्रवार शाम को प्रचार समाप्त होने के साथ ही मतदान की तैयारियां तेज हो गई हैं। यह चुनाव भाजपा और सपा के बीच प्रतिष्ठा का युद्ध बन गया है, जिसमें दलित और ब्राह्मण वोटर्स निर्णायक भूमिका निभाएंगे।
मां गंगा, मां यमुना और अदृश्य मां सरस्वती के पवित्र संगम में श्रद्धा और आस्था से ओत-प्रोत साधु-संतो, श्रद्धालुओं, कल्पवासियों, स्नानार्थियों और गृहस्थों का स्नान अब एक नए शिखर पर पहुंच गया है।
महाकुम्भ 2025 के अंतिम अमृत स्नान में नागाओं के जोश और परंपरा ने बढ़ाया उत्साह...
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बसंत पंचमी के पावन अवसर पर अमृत स्नान की व्यवस्था की निगरानी के लिए प्रातः साढ़े तीन बजे से अपने सरकारी आवास स्थित वॉर रूम में बैठक की।
महाकुंभ 2025 में न केवल आध्यात्मिक और धार्मिक अनुष्ठान हो रहे हैं, बल्कि सनातन धर्म की रक्षा और परंपराओं की शिक्षा भी दी जा रही है। देवसेना नामक संगठन तीर्थयात्रियों को शास्त्रों के साथ शस्त्रों की भी जानकारी दे रहा है।
महाकुंभ 2025 में स्वच्छता और व्यवस्था का खास ध्यान रखा गया है। 13 से 31 जनवरी के बीच संगम में 31.46 करोड़ श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई, जो दिल्ली की कुल आबादी से नौ गुना ज्यादा है।
प्रयागराज में किसानों के सम्मान में स्थापित हुआ अनूठा आस्था केंद्र, चार बार होती है भव्य आरती...