धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के दरबार में न तो महिलाओं का सम्मान है, न नाबालिग लड़कियों का और न ही वहां मौजूद लोगों का। इस बात का प्रमाण बुधवार को लगे दरबार में मिल गया है।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के दरबार में न तो महिलाओं का सम्मान है, न नाबालिग लड़कियों का और न ही वहां मौजूद लोगों का। इस बात का प्रमाण बुधवार को लगे दरबार में मिल गया है।
एमबीबीएस की छात्रा शिवरंजनी तिवारी बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से शादी की चाह में गंगोत्री से सिर पर गंगाजल कलश रखकर पैदल बागेश्वर धाम के लिए निकल पड़ी है। 45 डिग्री टेम्प्रेचर के बीच शिवरंजनी उत्तर प्रदेश के महोबा पहुंची। महोबा में महिलाओं ने उनकी आरती उतारी और पारम्परिक मंगल गीत गाकर स्वागत किया। बता दें कि शिव रंजनी तिवारी 16 जून को कलश यात्रा लेकर