एक तरफ उत्तर प्रदेश में योगी सरकार सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के लिए फरमान जारी कर रही है। ताकि जल्द से जल्द यूपी की सड़कें गड्ढा मुक्त हो लेकिन बेलगाम अधिकारी सरकार के निर्देश को भी ठेंगा दिखाने का काम कर रहे हैं।
एक तरफ उत्तर प्रदेश में योगी सरकार सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के लिए फरमान जारी कर रही है। ताकि जल्द से जल्द यूपी की सड़कें गड्ढा मुक्त हो लेकिन बेलगाम अधिकारी सरकार के निर्देश को भी ठेंगा दिखाने का काम कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के बाढ़ प्रभावित जिलों में अभी हालात जस के तस हैं। बात करें बलिया जिले की तो यहां सदर तहसील क्षेत्र के शिवपुर दियर नंबरी में गंगा नदी का पानी गांवों में घुसने से चारों तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है।
उत्तर प्रदेश के कई जिले बाढ़ की चपेट में हैं। बाढ़ से लोग अपना जीवन बचाने के लिए जद्दोहजहद कर रहे हैं। सरकार बाढ़ पाड़ितों को राहत सामग्री भेज रही है। लेकिन कुछ जिम्मेदार बाढ़ राहत सामग्री पर ही डाका डाल रहे हैं।
बलिया में गंगा और घाघरा नदी उफान पर होने के साथ ही ये दोनों नदियों का जलस्तर खतरा बिंदु के ऊपर है। वहीं दोनों नदियों के उफान पर होने के कारण तटवर्टी निचले इलाकों में रहने वाले लोगों की मुश्किलें काफी बड़ गई है।
उत्तर प्रदेश में कोटेदारों की मनमानी से ग्रामीण परेशान हैं। तमाम शिकायतों के बाद भी जिम्मेदार विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। जिसके चलते कोटेदार बेलगाम हो गए हैं। ताजा मामला बलिया जिले का है, जहां ग्राम पंचायत सिकरिया कला के पीड़ित उपभोक्ताओं ने कलेक्ट्रेट पहुंकर भ्रष्ट कोटेदार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और जिलाधिकारी से मिलकर शिकायती पत्र दिया है।
इसके बाद भी डॉक्टर ने उनकी एक न सुनी, थक हार कर सीमा जिला चिकित्सालय में एक्सरे कराने पहुंची तो एक्सरे डिपार्टमेंट ने भी सीमा यादव की चोट देख कर कंधे का एक्सरे करने से मना कर दिया।
परिवहन मंत्री बलिया से ही विधायक हैं। जहां दौड़ रही बसों की हालत देखकर कोई कह ही नहीं सकता कि ये परिवहन मंत्री का विधानसभा क्षेत्र है।