Brajesh Pathak News in Hindi

डिप्टी सीएमओ का 200 रुपए मांगने का वीडियो वायरल, निजी अस्पतालों में मरीजों को ले जाने का हो रहा खेल

डिप्टी सीएमओ का 200 रुपए मांगने का वीडियो वायरल, निजी अस्पतालों में मरीजों को ले जाने का हो रहा खेल

सरकारी हॉस्पिटल्स में आए दिन ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं। हाल ही में कुशीनगर में बाहर से दवा लिखने का मामला सामने आया था। जिसपर स्वास्थ्य मंत्री और डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने मामले को संज्ञान में लेकर सीएमओ को कार्रवाई के निर्देश दिए थे।

Jhansi News: ललितपुर मैटरनिटी विंग-बार में टॉर्च की रोशनी में हो रहा प्रसूताओं का उपचार

Jhansi News: ललितपुर मैटरनिटी विंग-बार में टॉर्च की रोशनी में हो रहा प्रसूताओं का उपचार

सरकार की तमाम स्वास्थ्य योजनाओं के बाद भी महिलाओं के प्रसव में इस तरह की लापरवाही बरती जा रही है। सीएचसी मेटरनिटी विंग ललितपुर में ग्रामीणों व तीमारदारों का आरोप है कि अस्पताल परिसर में चारो ओर गंदगी का अंबार, जिससे मरीज और तीमारदारों को मच्छरों से परेशानी का सामना करने पड़ रहा है

Balia News: बलिया दौरे पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, विपक्ष पर साधा निशाना

Balia News: बलिया दौरे पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, विपक्ष पर साधा निशाना

गोरखपुर के सांसद रवि किशन ने भी विपक्ष पर हमला किया। उन्होंने कहा कि एक झुंड आ रहा है। हमारे मोदी जी के खिलाफ सारे लूटेरे, डाकू, आंतकवादी को संरक्षण देने वाले एकमुश्त हो गए हैं। उन्होंने कहा कि पटना में मीटिंग हुआ था। विपक्ष में प्रधानमंत्री का कोई चेहरा नहीं है जो मोदी को हरा सके।

डिप्टी सीएम ने सपा पर बोला हमला, कहा- सपा की सरकार में हुए 1000 दंगे

डिप्टी सीएम ने सपा पर बोला हमला, कहा- सपा की सरकार में हुए 1000 दंगे

डिप्टी सीएम ने अपने संबोधन में कहा कि आज उत्तर प्रदेश उत्तम प्रदेश बन चुका है। समाजवादी पार्टी की सरकार में 1000 दंगे हुए। आज साढ़े 6 वर्षों के कार्यकाल में एक भी दंगा हमारी सरकार में नहीं हुआ। हमारी सरकार ने प्रदेश से माफियाओं के नेटवर्क को ध्वस्त करने का काम किया।

स्वास्थ्य विभाग में बड़ा फेरबदल, 22 सीएमएस के हुए ट्रांसफर..देंखे सूची

स्वास्थ्य विभाग में बड़ा फेरबदल, 22 सीएमएस के हुए ट्रांसफर..देंखे सूची

उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग में बड़ा फेरबदल किया गया है। 22 मुख्य चिकित्सा अधीक्षकों के तबादले किये गए हैं। विभाग को लेकर लगातार शिकायतें मिल रही थी। जिसके लिए स्वास्थ्य मंत्री लगातार डॉक्टरों को सस्पेंड भी कर रहे थे, लेकिन कमियां दूर होने का नाम नहीं ले रही थी।