Loksabha Election 2024: आगामी आम चुनाव 2024 के तहत मछलीशहर सुरक्षित संसदीय सीट से बसपा ने रिटायर्ड IAS कृपा शंकर सरोज को उम्मीदवार के रूप में मैदान पर उतारा है। शंकर सरोज मछलीशहर के सोनइता गांव से ताल्लुख रखते हैं।
Loksabha Election 2024: आगामी आम चुनाव 2024 के तहत मछलीशहर सुरक्षित संसदीय सीट से बसपा ने रिटायर्ड IAS कृपा शंकर सरोज को उम्मीदवार के रूप में मैदान पर उतारा है। शंकर सरोज मछलीशहर के सोनइता गांव से ताल्लुख रखते हैं।
Loksabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान 26 अप्रैल को होना है। ऐसे में अलीगढ़ संसदीय सीट पर विभिन्न राजनीतिक दल अपने स्टार प्रचारकों के साथ वोटरों को लुभाने का कोई भी प्रयास नहीं छोड़ेंगे और पूरी ताकत लगा देंगे। ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी का भी कार्यक्रम अलीगढ़ के लिए निर्धारित हो गया है वे यहां 22 अप्रैल को आएंगे वहीं बीएसपी सुप्रीमों मायावती 23 तारीख को
BSP Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के चुनाव के पहले चरण के लिए 2 ही दिन शेष रह गए हैं ऐसे में राजनीतिक वाद प्रतिवाद भी जोरों पर है। ऐसे में BSP भी अपने प्रत्याशियों को बड़े ही रेकी के बाद राजनीतिक मैदान में उतार रही है।
Loksabha Election 2024: बहुजन समाज पार्टी की सु्प्रीमो मायावती के भतीजे आकाश आनंद ने पार्टी के आगामी रणनीती को लेकर एक बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा कि आगे आने वाला वक्त बहुजन समाज पार्टी का होने वाला है जिसके लिए पार्टी के अंदर कई परिवर्तन किया जा रहा है।
UP Loksabha Election 2024: उत्तर प्रदेश में आगामी लोकसभा को देखते हुए बीएसपी ने अपने बचे हुए कुछ सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का एलान कर दिया है। पार्टी ने अब गाजीपुर से अंसारी परिवार के दबदबे वाले संसदीय क्षेत्र से उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर दिया है।
2024 के उत्तर प्रदेश में होने जा रहे संसदीय चुनाव में हमेशा की तरह सोशल इंजीनियरिंग का कार्ड खेलने वाली बहुजन समाजवादी पार्टी एक बार फिर बड़ा गेम खेलने जा रही है। अपने दम पर चुनाव लड़ने का दम -ख़म लिए व इस बार किसी सहयोगी दल पर भरोसा न कर वह अपने दम पर उत्तर -प्रदेश जैसे अहम् चुनावी राज्य में किला फतह का मन बना लिया है।
ऐसे में जब कि उत्तर -प्रदेश के साथ देश की प्रमुख पार्टी रही बहुजन समाजवादी पार्टी आज एक ऐसा दल है जो 2014 के बाद से लोकसभा और राज्य चुनावों में बार-बार हार के बावजूद और बड़ी संख्या में पार्टी नेताओं के दूसरे दलों में पलायन के बावजूद एक ऐसी पार्टी रह गयी है कि जो यह बात कहने से गुरेज नहीं करती कि उसके पास वोटर्स का एक बड़ा
आगामी लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश के महामुकाबले पर नजर रख रहे राजनीतिक पण्डितों के लिए प्रदेश के विभिन्न दलों के नेताओं की चुनावी तिकड़म को समझना मुश्किल हो रहा है। ऐसे में प्रदेश की राजनीति में हाशिये पर करीब -करीब हाशिये पर आ चुकी बहुजन समाजवादी पार्टी के लिए अपने नेताओं का मोहभंग तो हो ही रहा है साथ ही होने व दूसरे दलों का दामन थामने से पार्टी
Meerut Election News : मेरठ में बसपा पार्टी को झटके पे झटके लग रहे हैं। खबर आ रही है कि 2022 में कैंट विधानसभा से बसपा के चिन्ह पर चुनाव लड़ने वाले अमित शर्मा ने मंगलवार को सपा पार्टी को ज्वाइन कर लिया है। उन्होंने पार्टी ज्वाइन करने के बाद अखिलेश यादव से मुलाकात भी की।
आगामी लोकसभा चुनाव 2024 के लिए सुल्तानपुर सीट से भाजपा ने जहां मौजूदा सांसद मेनका गांधी को तो सपा से भीम निषाद को मैदान में उतारा हैं। वहीं बसपा से अभी तर इस सीट से अपने प्रत्याशी का नाम सामने नहीं लाया है जिससे चुनावी समीकरण को लेकर सभी पार्टियां संदेह की स्थिति में हैं।
बिजनौर की नगीना सीट में शनिवार को बहुजन समाज पार्टी की जनसभा को बसपा के नेशनल कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद ने संबोधित किया। यह यूपी में आकाश आनंद की पहली रैली थी। आकाश आनंद ने बिना नाम लिए आजाद समाज पार्टी अध्यक्ष चंद्रशेखर को घेरा।
लोकसभा चुनाव 2024 का बिगुल बजे 20 दिन हो रहे हैं। ऐसे में सभी पार्टियां जोर-शोर से इसकी तैयारी में लगी हुई हैं। बसपा ने भी लोकसभा चुनाव के लिए अपनी कैंपेनिंग की शुरुआत कर दी है। इसका जिम्मा बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने भतीजे और पार्टी के नेशनल कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद को सौंपा है।
लोकसभा चुनाव 2024 की घोषणा हुए आज 18 दिन से ज्यादा हो रहा है, वहीं 19 अप्रैल को पहले चरण का चुनाव भी होने जा रहा है जिसके लिए नमांकन भी प्रत्याशियों ने करवा लिया है। पर वहीं राजनीतिक पार्टियों को देखें तो भाजपा के यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ प्रतिदिन 3 रैलियों में जा रहे हैं तो सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी विभिन्न जिलों में जाकर आमजन से बातचीत
गाज़ीपुर शब्द का जिक्र इतिहास के पन्नों में नहीं हैं पर कुछ इतिहासकार ऐसा मानते हैं कि राजा गढ़ी महारसी जमदग्नी के पिता थे। उस समय यह जगह को जंगलों से ढकी हुई थी जिसमें कई आश्रम थे जैसे कि यमदग्नी (परशुराम के पिता) आश्रम, पारसूम आश्रम, मदन वैन आदि। वहीं महर्षि गौतम का आश्रम यहां से करीब 16 किलोमीटर की दूरी पर था।
महाराष्ट्र की स्थिति को देखकर अन्य राज्यों की क्षेत्रिय पार्टियां चौकन्नी हो गईं हैं। उनको डर है कि कहीं ऐसा न हो कि बीजेपी उनकी पार्टी के नाराज लोगों के अपने साथ न ले ले।