कानपुर में गंगा का जलस्तर हरदोई में गर्रा नदी में आए उफान के कारण बढ़ गया है। ऐसे में नरौरा और हरिद्वार से कम मात्रा में पानी छोड़े जाने के बाद भी कानपुर बैराज पर पानी का भारी दबाव पड़ रहा है।
कानपुर में गंगा का जलस्तर हरदोई में गर्रा नदी में आए उफान के कारण बढ़ गया है। ऐसे में नरौरा और हरिद्वार से कम मात्रा में पानी छोड़े जाने के बाद भी कानपुर बैराज पर पानी का भारी दबाव पड़ रहा है।
यूपी के सीएम योगी ने सोमवार देर रात एक उच्चस्तरीय बैठक में सभी जिलों के डीएम से वर्चुअली जुड़े। योगी ने प्रदेश के बाढ और जलभराव को देखते हुए आम जनता, कृषि फसलों और पशुधन की सुरक्षा और वहां तक सुविधाएं पहुंचाने के प्रयास की समीक्षा भी की।
यदि रबी की फसल (गेंहू, आलू, तोरिया ,सरसों) के लिए अपने खेत को खाली रखा है तो मौसम देखकर आप ढैचा का फसल भी लगा सकते हैं। यही नहीं अगर जल-जमाव या बाढ़ के चलते किसी क्षेत्र की फसल नष्ट हो चुकी है तो भी मौजूदा समय में वहां ढैचे की खेती सबसे आसान विकल्प है।
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार एक ओर जहां 20 जुलाई को 36.50 करोड़ पौधरोपण कर रिकॉर्ड बनाने की तरफ बढ़ रही है, वहीं दूसरी तरफ कार्बन फाइनेंस को आधार बनाकार पौधरोपण करने वाले कृषकों की आय में भी वृद्धि करने का काम कर रही है। गौरतलब है कि, भारत सरकार ने 2070 तक देश को नेट जीरो कार्बन उत्सर्जन में सक्षम बनाने की घोषणा की है।
Yogi News: सीएम योगी आदित्यनाथ किसी भी रूप में प्रदेश की जनता या प्रदेश में हो रहे कार्य के प्रति किसी भी तरह की कोताही बरतना पसंद नहीं करते हैं। ऐसे में प्रत्येक दिन कहीं-न-कहीं विकास कार्य या लोगों के जिंदगी में आने वाली समस्याओं को लेकर जनता दरबार करते रहते हैं। इसी संदर्भ में आज टोगी ऊर्जा विभाग की समीक्षा करने पहुंचे हैं। इस दौरान वे विभिन्न परियोजनाओं के
नरेंद्र हिरवानी और गोरखपुर का क्रिकेट एक दूसरे के पर्याय हैं। देश के महान लेग स्पिनर्स में शुमार हिरवानी अपने खेल के बूते 1988 में क्रिकेटर ऑफ द ईयर भी रह चुके हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हिरवानी की परंपरा को और समृद्ध करने जा रहे हैं। इसका जरिया बनेगा गोरखपुर के ग्रामीण क्षेत्र में बनने वाला वैश्विक स्तर का क्रिकेट स्टेडियम। इसके निर्माण की घोषणा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गत
उन्नाव बस हादसे को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया है। परिवहन विभाग के अधिकारियों को सीएम योगी ने दो टूक निर्देश दिये हैं कि भविष्य में प्रदेश की सड़कों पर डग्गामार या बिना परमिट कोई बस चलती मिली तो संबंधित अधिकारियों की खैर नहीं।
लगातार, उत्तर प्रदेश में टीचरों द्वारा ऑनलाइन अटेंडेंस को लेकर हो रहे विरोध के चलते अटेंडेंस प्रक्रिया में कुछ बदलाव किया गया है। ऐसे में अब अटेंडेंस अपलोड करने के लिए सुबह 8:30 बजे की टाइम बाउंड को हटा दिया गया है। वहीं यदि अब किसी भी प्रकार की टेक्निकल समस्या आती है तो ऐसे में टिचर्स दिन भर में किसी भी समय टैबलेट से हाजिरी लगा सकेंगे।
प्रदेश में अवैध खनन की शिकायतों को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंभीर रुख अख्तियार किया है। सीएम के निर्देश पर भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग बड़े स्तर पर टेक्नोलॉजी के उपयोग से अवैध खनन पर प्रभावी अंकुश लगाने की तैयारी में है। इसके लिए सैटेलाइट से अवैध खनन वाले क्षेत्रों की निगरानी की जाएगी। साथ ही अवैध खनन में लगे वाहनों को वीटीएस प्रणाली के जरिए ट्रैक किया जाएगा। यही
उत्तर प्रदेश सरकार अपराध को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति पर कार्य कर रही है। बढ़ते अपराधों पर लगाम लगाने की मंशा से योगी सरकार ने कई जिलों में कमिश्नरेट बनाए। लेकिन कमिश्नरेट होने का बावजूद भी गाजियाबाद में अपराध लगातार बढ़ रहे हैं। पुलिस के अधिकारियों की नाकामी की वजह से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा को पलीता लग रहा है।
सरकारी कार्यों में हीलाहवाली करने वाले लापरवाह अधिकारी लगातार सीएम के निशाने पर बने हुए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भ्रष्टाचार में लिप्त और कार्यों में लापरवाही करने वाले अधिकारियों के लिए लगातार सख्त एक्शन ले रहे हैं। इसी के तहत सीएम योगी ने गुरुवार को बाढ़ संबंधी कार्यों में लापरवाही एवं क्षतिग्रस्त फसलों के सर्वे में लापरवाही बरतने वाले पांच जिले के एडीएम एफआर और आपदा विशेषज्ञों से स्पष्टीकरण तलब
भ्रष्टाचार में लिप्त और पद का दुरुपयोग करने वाले सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों पर एक बार फिर सीएम योगी का चाबुक चला है। जनपद फिरोजाबाद के अंतर्गत सिरसागंज तहसील में गलत तरीके से जमीन बेचने एवं संदिग्ध रूप से अपने करीबियों को जमीन दिलाने के मामले में कड़ा एक्शन लेते हुए सरकार ने यहां उप जिलाधिकारी, नायब तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक, लेखपाल और पेशकार को सस्पेंड कर दिया है। जांच के
उत्तर प्रदेश के हाथरस में 2 जुलाई को सत्संग के दौरान मची भगदड़ में 121 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी। हादसे के एक हफ्ते के भीतर एसआईटी की 300 पन्नों की जांच रिपोर्ट शासन को भेज दी है। मंगलवार को यह रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने पेश की गई। रिपोर्ट में भोले बाबा के नाम का जिक्र तक नहीं है। आयोजकों और अफसरों को जिम्मेदार माना गया है।
Mau News: जिलाधिकारी प्रवीण मिश्र के दिशा निर्देश के क्रम में तमसा नदी के किनारे हो रहे अवैध अतिक्रमण के खिलाफ लगातार संबंधित अधिकारी कार्रवाई कर रहे हैं। इसी क्रम में लगभग 10 अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई को अंजाम दिया गया।
Hathras incident:हाथरस में बाबा भोले के सत्संग के बाद हुई भगदड़ में करीब 122 लोगों की मौत हो गई थी। ऐसे में इस मामले में योगी सरकार बहुत सख्त रुख अख्तियार कर रही है जिसके तहत कई अफसरों पर गाज गिरना तय हैं।