इस परियोजना में मुख्य रूप से महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों और दिव्यांगों पर फोकस किया जा रहा है। सीएम योगी समय-समय पर विभिन्न मंचों से शहरों को स्मार्ट बनाने के साथ-साथ सुरक्षित बनाने पर भी जोर दिया है।
इस परियोजना में मुख्य रूप से महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों और दिव्यांगों पर फोकस किया जा रहा है। सीएम योगी समय-समय पर विभिन्न मंचों से शहरों को स्मार्ट बनाने के साथ-साथ सुरक्षित बनाने पर भी जोर दिया है।
सीएम योगी ने अधिकारियों से कहा कि हर परेशान व्यक्ति के साथ पूरी तरह संवेदनशील रवैया अपनाया जाए और जल्द से जल्द उनकी समस्याओं का समाधान कर उन्हें संतुष्ट किया जाए।
सीएम योगी एक-एक करके सबके पास खुद गए और सभी की समस्याओं को विस्तार से जाना। उन्होंने सभी लोगों को आश्वस्त किया कि किसी को भी चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है।
सीएम योगी ने समीक्षा बैठक के बाद बांके बिहारी के दर्शन किए। दर्शन के बाद उन्होंने रामकृष्ण सेवाश्रम चैरिटेबल हास्पिटल में कैंसर मरीजों की जांच के लिए पेट (पीईटी) स्कैन मशीन का लोकार्पण किया।
सीएम योगी के आगरा दौरे के लिए मंगलवार को मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी और जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने तैयारियों का जायजा लिया।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने योगी सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि हेल्थ को लेकर यूपी सरकार अच्छा काम कर रही है। हम यही मॉडल देश में भी प्रयोग करेंगे।
चारों आरोपियों ने नाबालिग से दुष्कर्म किया। विरोध करने पर उन्होंने पीड़िता की जमकर पीटाई की। इसके बाद उन्होंने पीड़िता के कपड़े भी छीन लिए और नग्न अवस्था में उसका वीडियो बना लिया।
सीएम योगी ने आगे कहा कि जिस भारत में आतंकवाद, नक्सलवाद व घुसपैठ की जगह नहीं है। हर व्यक्ति को समान रूप से जीवन जीने का अवसर प्रदान किया जा रहा है।
सीएम योगी ने निर्देश दिया कि आने वाले तीन महीने के अंदर सभी 75 जिलों में अर्ली वार्निंग सिस्टम लगाएं। उन्होंने कहा कि आज तकनीक इतनी बेहतर हो चुकी है कि आकाशीय बिजली गिरने के तीन से चार घंटे पहले पता लगाया जा सकता है, जबकि एक घंटे पूर्व सटीक स्थान की जानकारी मिल सकती है।
बदायूं राजकीय मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल एन.सी. प्रजापति ने इस मामले पर कहा कि आज ही मेरे संज्ञान में ये मामला सामने आया है। जब मैने अपने स्टॉफ को बुलाया तो जानकारी हुई।
योगी सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत काम कर रही है। लेकिन संभल के जिला संयुक्त चिकित्सालय में काम-काज के तरीके से सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति पर पानी फिरता हुआ नजर आ रहा है।
प्रदेश सरकार लगातार दावे करती है कि ज्यादा से ज्यादा कार्य मनरेगा से कराएं जाए लेकिन ग्राम प्रधान ररुआ की मनमानी के चलते मजदूरों की बजाए जेसीबी से खुदाई का काम कराया जा रहा है और मनरेगा के नाम पर पैसा निकाला जा रहा है।
विद्यालय के शिक्षकों का कहना है कि पांच कमरों में 350 बच्चे पढ़ने को मजबूर हैं। ऊपर से बिजली की कटौती से परेशानी और बढ़ गई है।
सीएम योगी यहां गंगा नहर फेज टू के किनारे वृक्षारोपण करेंगे। इसके लिए मध्य गंगा नहर किनारे खाली पड़ी जमीन को समतल किया गया है। सिंचाई विभाग ने एक लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है।
अगर नेपाल ने बाढ़ का पानी छोड़ा तो एमबीडी बंधें किनारे बसे गांव जलमग्न हो जाएंगे साथ ही सैकड़ों एकड़ खड़ी फसल जलमग्न हो जाएगी। धनघटा तहसील साल 2003, 2008 और 2022 में बाढ़ की विभीषिका झेल चुकी है।