लोकसभा चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश में बीजेपी के कमतर प्रदर्शन को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ में पहली समीक्षा बैठक कर रहे हैं। इस बैठक में पार्टी की कई सीटों पर हार को लेकर मंथन किया जा रहा है।
लोकसभा चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश में बीजेपी के कमतर प्रदर्शन को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ में पहली समीक्षा बैठक कर रहे हैं। इस बैठक में पार्टी की कई सीटों पर हार को लेकर मंथन किया जा रहा है।
2024 में होने वाले संसदीय चुनावों के दिन जैसे -जैसे करीब आते जा रहे हैं वैसे -वैसे पक्ष व विपक्ष दोनों के नेता सड़कों पर उतर कर आम आदमी से अपनी नजदीकी बढ़ा रहे हैं। कल तक अपने -अपने संसदीय क्षेत्रों से गायब रहने वाले विभिन्न दलों के नेता आज अमेठी में सडकों पर उतर कर जन साधारण से रूबरू हो रहे हैं।
महेंद्रनाथ पांडे, जिन्होंने 16 साल के अंतराल के बाद 2014 में भाजपा के लिए जीत हासिल की और 2019 में अपनी जीत का अंतर बढ़ाया, उनका मुकाबला समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री वीरेंद्र सिंह से है, जो अपनी राजनीतिक पारी के लिए जाने जाते हैं।
मध्यकालीन भारत में शर्की शासकों की राजधानी रहा जौनपुर, वाराणसी से 58 किलोमीटर और प्रयागराज से 100 किलोमीटर दूर उत्तर दिशा में गोमती नदी के तट पर बसा हुआ जनपद है। मध्यकालीन भारत में जौनपुर सल्तनत (1394 और 1479 के बीच) उत्तरी भारत का एक स्वतंत्र राज्य था। जिसका प्राचीन नाम 'यवनपुर' भी लोग बताते हैं।
भारत के आजादी के बाद और 1952 के आम चुनाव से पहले फूलपुर सीट इलाहाबाद ईस्ट कम जौनपुर वेस्ट के नाम से जानी जाती थी। यहां से देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने 1952 में चुनाव लड़ा था और वे 1957 और 1962 में भी इस सीट से जीते थे। उनके मृत्यु के बाद 1964 के उपचुनाव में उनकी बहन विजय लक्ष्मी पंडित इस सीट से विजयी
लखनऊ में भारत निर्वाचन आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार द्वारा प्रदेश में चल रहे चुनाव के तैयारियों की समीक्षा के बाद कहा कि हमने प्रलोभन मुक्त, पारदर्शी और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए बैठक यह बैठक की है। यूपी देश का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण प्रदेश है। उन्होंने कहा कि सभी राजनीतिक पार्टियों को बराबर का अवसर दिया जाएगा।