Loksabha Election 2024 को लेकर देश में राजनीतिक पार्टियों का पारा एक नंबर पर है। सभी राजनीतिक दल अपने प्रचार-प्रसार दिन-रात एक कर चुके हैं, इस बीच भाजपा ने भी लोगों के बीच जाकर उनसे बातचीत करना और समस्याओं का निदान करना शुरू कर दिया है।
Loksabha Election 2024 को लेकर देश में राजनीतिक पार्टियों का पारा एक नंबर पर है। सभी राजनीतिक दल अपने प्रचार-प्रसार दिन-रात एक कर चुके हैं, इस बीच भाजपा ने भी लोगों के बीच जाकर उनसे बातचीत करना और समस्याओं का निदान करना शुरू कर दिया है।
2024 में होने वाले आम चुनाव में भाजपा ने जीत का अनुमान 400 पार की घोषणा कर दी है जिसके लिए पार्टी ने पूरा खाका तैयार कर लिया है। इसके लिए भाजपा ने हर मतदाता तक पहुंचने के लिए कार्यकर्ताओं को काम पर लगा दिया है। वहीं सोचने वाली बात यह है कि अन्य पार्टियों का नामों-निशान तक नहीं है।
आम चुनाव जैसे जैसे पास आता जा रहा है चुनावी सरगर्मियां भी उतने ही तेजी से बड़ती जा रही हैं। ऐसे मं पीलीभीत जिले में और बरेली के बहेड़ी विधानसभा क्षेत्रों से 820 मतदाताओं ने बैलेट पेपर से चुनाव करने के लिए फॉर्म भर दिया है। चुनाव आयोग ने इन मतदाताओं को पोस्टल बैलेट से वोटिंग करवाने के लिए 21 पोलिंग पार्टी बनाई है।
मैनपुरी को सपा का गढ़ भी कहा जाता है जहां मुलायम सिंह से लेकर डिंपल यादव तक, एक ही परिवार का स्वामित्व और एकाधिकार रहा है। जिसके चलते लोकसभा चुनाव 2019 हो या उससे पहले के चुनाव हो भाजपा और बसपा जैसी पार्टियों ने बेशक कई तिकड़म बाजी लगाई पर कोई असर नहीं हुआ।
प्रियंका गांधी के पति और सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट वाड्रा के एक बयान ने अमेठी के राजनीतिक हवाओं के गर्म कर दिया है। उन्होंने अपने बयान में कहा कि अमेठी के लोग चाहते हैं कि वे राजनीति में पहला कदम अमेठी संसदीय सीट से रखें क्योंकि उनकी पत्नी प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी राजनीति में अपना पहला कदम 1999 में यहीं से चुनाव प्रचार करके किया था।
लोकसभा 2024 में मथुरा से भाजपा प्रत्याशी और अभिनेत्री हेमा मालिनी ने कल गुरुवार के मथुरा संसदीय सीट से अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। ऐसे में नामांकन करते हुए चुनावी हलफनामें में अपनी कुल संपत्ति 297 करोड़ बताई है। जिसमें हेमा के पास 129 करोड़ और उनके पति धर्मेंद्र के पास 168 करोड़ की संपत्ति है। जबकि 2019 में हलफनामें के अनुसार उनके पास कुल संपत्ति 249 करोड़ रुपए
लोकसभा चुनाव 2024 जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे राजनीतिक पार्टियों में सरगर्मियां भी बढ़ती जा रही हैं। सभी पार्टियां अपने-अपने साहस और बल के अनुरूप वोटरों के रिझाने और अपने पार्टी के पक्ष में वोट देने का प्रयास कर रही है। ऐसे में मेरठ हापुड़ से, समाजवादी पार्टी की ओर से एक समाचार आ रहा है कि इस लोकसभा संसदीय सीट से सपा ने दो बार प्रत्याशी बदलकर सुनीता
वाराणसी में दो दिवसीय दौरे पर गुरुवार को गए CM Yogi आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनावी अभियान पर जायजा लिया। उन्होंने यहां पर हो रही तैयारियों को परखा और पीएम मोदी के रोजमैप को भी अंतिम रूप दिया। वहीं नामांकन में प्रस्तावकों के नाम और पृष्ठभूमि पर मांगा तो वहां उपस्थित नेतागढ़ ने बनारस को प्रदर्शित करने वाली थीम पर हामी भरी। एक घंटे से ज्यादा चली बात-चीत
लोकसभा चुनाव 2024 की घोषणा हुए आज 18 दिन से ज्यादा हो रहा है, वहीं 19 अप्रैल को पहले चरण का चुनाव भी होने जा रहा है जिसके लिए नमांकन भी प्रत्याशियों ने करवा लिया है। पर वहीं राजनीतिक पार्टियों को देखें तो भाजपा के यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ प्रतिदिन 3 रैलियों में जा रहे हैं तो सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी विभिन्न जिलों में जाकर आमजन से बातचीत
मैनपुरी जिला उत्तर प्रदेश राज्य के आगरा डिवीजन के तहत आता है। इसके अंतर्गत छः तहसील, अर्थात् मैनपुरी, भोंगाव, करहल, किशनी, कुरावली और घिरोर शामिल हैं। यह जिला के पूर्व में फर्रुखाबाद और कन्नौज, पश्चिम में जिला फिरोजाबाद और उत्तर में एटा तथा दक्षिण में इटावा जिला स्थित है। 2011 की जनगणना के को देखें तो मैनपुरी जिले की आबादी 2,131,171 है।
फिरोजाबाद उत्तर प्रदेश का एक शहर एवं जिला मुख्यालय है। यह शहर चूड़ियों के निर्माण के लिये प्रसिद्ध है और आगरा से 40 किलोमीटर स्थित है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ यहाँ से लगभग 250 किमी पूर्व की तरफ है। फिरोज़ाबाद ज़िले के अन्तर्गत दो कस्बे टुंडला और शिकोहाबाद आते हैं।
फ़तेहपुर सीकरी भारत के उत्तर प्रदेश के आगरा जिले का एक शहर है । आगरा का जिला मुख्यालय यहां से 35.7 किलोमीटर (22.2 मील) की दूरी पर स्थित है, आपको बता दें कि फ़तेहपुर सीकरी की स्थापना 1571 में सम्राट अकबर द्वारा मुग़ल साम्राज्य की राजधानी के रूप में हुई थी।
मथुरा उत्तर प्रदेश राज्य का एक शहर है। यह आगरा के उत्तर में लगभग 50 किलोमीटर (31 मील) और दिल्ली से 145 किलोमीटर (90 मील) दक्षिण-पूर्व में बसा हुआ है; ये वृंदावन शहर से लगभग 11 किलोमीटर (6.8 मील), और गोवर्धन पर्वत से 22 किलोमीटर (14 मील) के दूरी पर है और मथुरा जिले का प्रशासनिक केंद्र भी है। प्राचीन काल में मथुरा एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में माना
भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में हाथरस जिला आता है। यह ज़िले का मुख्यालय भी है। यहाँ के अधिकांश राजपूत है, जिनकी निकासी करोली राजस्थान से हैं।
अलीगढ़ का प्राचीन नाम कोइल (Koil) या कोल (Kol) था, जो कि वर्तमान में भारत के उत्तर प्रदेश राज्य का एक नगर है। यह अलीगढ़ ज़िले और ज़िले में स्थित कोइल तहसील का मुख्यालय भी है। अलीगढ़ संसदीय क्षेत्र दिल्ली से 130 किमी दक्षिणपूर्व और लखनऊ से 342 किलोमीटर पश्चिमोत्तर में बसा हुआ है।