स्कूल की तरफ से भी अभिभावकों को मैसेज किया जा रहा है कि अगर आपका बच्चा इंफेक्टेड है तो उसे स्कूल न भेजें। बारिश के मौसम में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
स्कूल की तरफ से भी अभिभावकों को मैसेज किया जा रहा है कि अगर आपका बच्चा इंफेक्टेड है तो उसे स्कूल न भेजें। बारिश के मौसम में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
इस बिमारी से मुख्य रूप से बच्चे ग्रसित हैं। बच्चों में साथ रहने की प्रवृत्ति सबसे अधिक होती है। बीमारी से बच्चे, बूढ़े सभी ग्रसित हैं। छोटे बच्चे भी बीमारी की चपेट में हैं।
प्राथमिक विद्यालय बैरिहवां की प्रधानाधपिका आशा सिंह ने बताया कि विद्यालय में लगातार बच्चो में ये दिक्कत मिल रही है। विद्यालय में अभी तक 15 बच्चे फ्लू का शिकार हो चुके हैं, कुछ बच्चे अभी भी स्कूल में मौजूद है और कुछ का इलाज घर पर चल रहा है।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बच्चों को आई फ्लू से बचाव के कारण भी बताए। जामो के सर्वोदय साइंस कालेज के 3 दर्जन से अधिक बच्चे आये फ्लू की चपेट में आ गए हैं।