ग़ाज़ीपुर में गंगा नदी के जलस्तर के बढ़ने की रफ्तार तेज हो चुकी है। जहां हाल ही के दिनों में गंगा दो सेंटीमीटर प्रति घण्टे की रफ्तार से बढ़ रही थीं, तो वहीं कल शाम से गंगा के जलस्तर में 1 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार दिखी रही है।
ग़ाज़ीपुर में गंगा नदी के जलस्तर के बढ़ने की रफ्तार तेज हो चुकी है। जहां हाल ही के दिनों में गंगा दो सेंटीमीटर प्रति घण्टे की रफ्तार से बढ़ रही थीं, तो वहीं कल शाम से गंगा के जलस्तर में 1 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार दिखी रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को जिला पंचायत सभागार में देवीपाटन मंडल के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ मंडलीय समीक्षा की। इससे पहले उन्होंने सर्किट हाउस में जनप्रतिनिधियों संग भेंट की। उन्होंने जनहित से जुड़े 13 विभागों के कार्यों की प्रगति को देखा।
उन्नाव के पश्चिम के बांधों से पानी छोड़े जाने के कारण शुकिलागंज की ओर बाढ़ का खतरा बढ़ता जा रहा है और गंगा का पानी घाटों तक पहुंच रहा है। इस संदर्भ में केंद्रीय जल आयोग ने कहा कि 24 घंटे में 18 सेमी गंगा नदी का जलस्तर बढ़ा है।
पहाड़ों पर लगातार हो रही मुसलाधार बारिश के कारण पूर्वी यूपी की नदियां पूरे उफान पर बह रही हैं। गोरखपुर, वाराणसी समेत 20 से ज्यादा जिलों में बाढ़ की स्थिति बन गई है। जिससे करीब 20 लाख लोग प्रभावित हुए हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उच्चस्तरीय बैठक में बाढ़ प्रभावित इलाकों की समीक्षा करते हुए कहा कि बाढ़ आपदा सहायता और संवेदना का समय है। उन्होंने इसी के साथ पीड़ित परिवारों को जल्द से जल्द सहायता उपलब्ध कराने को कहा और चौबिस घंटे के अंदर मुआवजा देने का निर्देश दिया।
यूपी के 20 जिलों में बाढ़ के हालात लगातार बने हुए हैं। नेपाल बार्डर से भारत में आ रही नदियों के साथ गंगा नदी भी उफान पर है। वाराणसी में गंगा के घाटों का संपर्क पूरी तरह से टूट चुका है। अभी तक मिली जानकारी के तहत भदैनी घाट भी जलमग्न हो चुका है। वहीं गंगा का जलस्तर प्रत्येक घंटे 5 से 10 सेंटीमीटर बढ़ता जा रहा है। जिससे आस-पास
यूपी के बरेली में पिछले 5 दिनों से बारिश हो रही है। जिसके कारण शहर और देहात के कई इलाको में पानी भर गया। बता दें कि रविवार रात से सोमवार के सुबह 10 बजे तक मूसलाधार बारिश हुई है। इसी के साथ आज भी मौसम विभाग ने करीब 40 MM बारिश होने की संभावना जताई है। वहीं पिछले 3 दिनों में 219 MM बारिश हो चुकी है।
उत्तर प्रदेश में बाढ़ से 39216 लोग प्रभावित हुए हैं। नदियों के ऊफान से इतनी बड़ी संख्या में लोगों के जीवन पर असर पड़ा है। वहीं, 8062 लोगों को राहत शिविरों में रखा गया है।
यमुना का जलस्तर बढ़ने से हिंडन के डूब क्षेत्रों में खतरा मंडरा रहा है। हिंडन में नीचला इलाका शहदरा गांव में भी बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।
उत्तर प्रदेश में बाढ़ की स्थिति को देखें तो नोएडा और आगरा में यमुना किनारे बसे गांव डूब गए हैं।
सिंचाई विभाग की तैयारी की पोल खुल गई है। नोएडा और आगरा में यमुना किनारे बसे गांव डूब गए हैं।