प्रदेश सरकार लगातार दावे करती है कि ज्यादा से ज्यादा कार्य मनरेगा से कराएं जाए लेकिन ग्राम प्रधान ररुआ की मनमानी के चलते मजदूरों की बजाए जेसीबी से खुदाई का काम कराया जा रहा है और मनरेगा के नाम पर पैसा निकाला जा रहा है।
प्रदेश सरकार लगातार दावे करती है कि ज्यादा से ज्यादा कार्य मनरेगा से कराएं जाए लेकिन ग्राम प्रधान ररुआ की मनमानी के चलते मजदूरों की बजाए जेसीबी से खुदाई का काम कराया जा रहा है और मनरेगा के नाम पर पैसा निकाला जा रहा है।
असीम अरुण पहले से तय कार्यक्रम के तहत टिफिन बैठक में शामिल होने जसपुरा पुर सरैया गांव पहुंचे थे। जहां उन्होंने उन्होंने टिफिन बैठक में शामिल होकर पार्टी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं से मुलाकात की।