रात में ड्यूटी करने वाले स्टाफ और डॉक्टरों की बात करें तो वो रजिस्टर में इंट्री करने के बाद एक बार अस्पताल का निरीक्षण करके मरीजों की हालत का जायजा लेते हैं। उनको जरूरी दवाएं और उपचार करके अपने रूम में जाकर रेस्ट करने लगते हैं।
रात में ड्यूटी करने वाले स्टाफ और डॉक्टरों की बात करें तो वो रजिस्टर में इंट्री करने के बाद एक बार अस्पताल का निरीक्षण करके मरीजों की हालत का जायजा लेते हैं। उनको जरूरी दवाएं और उपचार करके अपने रूम में जाकर रेस्ट करने लगते हैं।
लापरवाही की हद तो इतनी है कि अवैध अस्पतालों में न तो स्टाफ नर्स होती हैं और न ही ट्रेड टेक्नीशियन होते हैं। हैरानी तो इस बात की है कि आयुर्वेदिक स्नातक की डिग्री पर ही डॉक्टर मेजर ऑपरेशन कर रहे हैं।
लोगों ने कहा कि नगर निगम और कानपुर विकास प्राधिकरण के अधिकारियों को यहां की जनता कीड़े-मकोड़े लगते हैं। पिछले सात वर्षों से क्षेत्र का यही हाल है, यहां न ही सड़कें हैं और न की नाले।
रविशंकर छवि को एडिशनल कमिश्नर ऑफ पुलिस गौतमबुद्धनगर की जगह पुलिस उपनिरीक्षक लोक शिकायत मुख्यालय पुलिस महानिदेशक यूपी के पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है।