यह साल था जब मायावती ने 1989 जब लोक सभा की बिजनौर सीट पर जनता दल के निकटतम प्रतिद्वंदी को करीबन 10,000 मतों के अंतराल से चित कर पहली बार लोक -सभा में एंट्री की थी। हालांकि बहुजन समाजवादी पार्टी के साथ -साथ खुद बहनजी के लिए यह बड़े आघात से काम नहीं था जब इसी चुनाव में उनके राजनीतिक गुरु रहे कांशी राम खुद चुनाव हार गए। यह अलग