महाकुम्भ की सफलता और योगी सरकार के कुशल प्रबंधन की दूरदर्शिता को जानने-समझने के लिए 19 मार्च को राजधानी लखनऊ में सार्वजनिक स्वास्थ्य और जल शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है।
महाकुम्भ की सफलता और योगी सरकार के कुशल प्रबंधन की दूरदर्शिता को जानने-समझने के लिए 19 मार्च को राजधानी लखनऊ में सार्वजनिक स्वास्थ्य और जल शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है।
महाकुंभ 2025 का आयोजन भारत के धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक बना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में इस ऐतिहासिक आयोजन पर बोलते हुए इसकी भव्यता और सफलता की जमकर सराहना की।
अखिलेश यादव द्वारा कुंभ पर सवाल उठाने को लेकर आचार्य महामंडलेश्वर निरंजन अखाड़ा स्वामी कैलाशानंद गिरि जी महाराज ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि कुंभ पर सवाल खड़ा करना केवल एक धार्मिक आयोजन पर टिप्पणी नहीं, बल्कि हिंदू और सनातन धर्मावलंबियों पर सीधा हमला है।
प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ 2025 सिर्फ धार्मिक और आध्यात्मिक आयोजन नहीं था, बल्कि इसने नई पीढ़ी को सनातन परंपरा से जोड़ने में अहम भूमिका निभाई। आधुनिक डिजिटल युग में सोशल मीडिया और तकनीक से जुड़े युवाओं ने इस बार महाकुंभ में बढ़-चढ़कर भाग लिया।
प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ 2025 सिर्फ आस्था और अध्यात्म का महापर्व ही नहीं रहा, बल्कि इसने आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए भी एक नई राह खोल दी।
प्रयागराज महाकुंभ सिर्फ धार्मिक आस्था और आध्यात्मिकता का केंद्र नहीं रहा, बल्कि इसने लाखों लोगों की आर्थिक स्थिति (Financial Condition) को भी बदल दिया। इस महाकुंभ ने छोटे कारोबारियों, दुकानदारों और नाविकों के जीवन में आर्थिक समृद्धि (Economic Prosperity) की नई लहर पैदा की।
महाकुंभ 2025 का भव्य आयोजन न केवल धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रहा, बल्कि इसने प्रयागराज की अर्थव्यवस्था को भी एक बड़े आर्थिक उछाल (Economic Boost) का अवसर दिया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार, हमने भीड़ प्रबंधन, सुरक्षा और तकनीकी दृष्टि से एक अभूतपूर्व मॉडल प्रस्तुत किया है। महाकुंभ को लेकर बोले प्रदेश के पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधान परिषद को संबोधित किया और महाकुंभ व प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं के मुद्दे पर चर्चा की।
महाकुम्भ में आखिरी स्नान पर्व को लेकर स्थानीय प्रशासन ने तेज की तैयारियां, वीकएंड व पीक डे पर भीड़ नियंत्रण के लिए प्लान तैयार
प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ 2025 का आज 39वां दिन है और मेले के समापन में अब केवल 6 दिन शेष हैं। श्रद्धालुओं की आस्था का सिलसिला लगातार जारी है। गुरुवार सुबह 10 बजे तक 51.80 लाख से अधिक श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं।
महाकुंभ के दौरान करोड़ों श्रद्धालु गंगा और यमुना में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं, लेकिन सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, प्रयागराज में इन नदियों का पानी स्नान के योग्य नहीं है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ को दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक और सांस्कृतिक आयोजन बताया है। उन्होंने कहा कि प्रयागराज में जारी महाकुंभ से राज्य की अर्थव्यवस्था को भारी लाभ होने की संभावना है।
त्रिवेणी संगम में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने लगाई आस्था की डुबकी, सनातन संस्कृति की भव्यता को किया नमन, प्रदेश के मंत्रियों ने भी किया पवित्र स्नान, एकता और श्रद्धा का दिया संदेश
महाकुंभ के दौरान प्रदेश में भारी भीड़ के कारण उत्पन्न यातायात अव्यवस्था को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि किसी भी स्थिति में सड़कों पर जाम न लगे।