मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगामी 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के अवसर पर 8-10 करोड़ श्रद्धालुओं के संगम स्नान की संभावना के दृष्टिगत व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाये जाने के निर्देश दिए हैं
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगामी 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के अवसर पर 8-10 करोड़ श्रद्धालुओं के संगम स्नान की संभावना के दृष्टिगत व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाये जाने के निर्देश दिए हैं
योगी सरकार द्वारा भव्य और दिव्य महाकुम्भ का आयोजन अब पूरी दुनिया का ध्यान आकर्षित कर रहा है। इसी क्रम में गुरुवार को 10 देशों का 21 सदस्यीय दल संगम में पवित्र डुबकी लगाएगा।
महाकुम्भ में 16 जनवरी से 24 फरवरी तक 'संस्कृति का महाकुम्भ' होगा। मुख्य मंच गंगा पंडाल का होगा, जिसमें देश के नामचीन कलाकार भारतीय संस्कृति का प्रवाह करेंगे।
मकर संक्रांति के पावन अवसर पर महाकुंभ 2025 का पहला अमृत स्नान पर्व ऐतिहासिक रहा। मंगलवार को लगभग साढ़े तीन करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम तट पर पवित्र डुबकी लगाई। संगम तट पर अखाड़ों के संतों और गुरुओं ने भी स्नान किया।
महाकुंभ 2025 में संतों और बाबाओं के अलग-अलग रंग और रूप देखने को मिल रहे हैं। इन्हीं में से एक हैं अद्भुत स्वामी श्री कृष्ण, जो अपने अनोखे कृष्ण स्वरूप और बुलेट पर भ्रमण करने की वजह से चर्चा में हैं।
अगले हफ्ते महाकुंभ क्षेत्र में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी कैबिनेट के साथ बैठक करेंगे। यह बैठक 20 या 21 जनवरी को आयोजित होने की संभावना है। प्रशासन ने इन संभावित तारीखों को ध्यान में रखते हुए तैयारियां शुरू कर दी हैं।
महाकुम्भ में श्रद्धालुओं की अगाध श्रद्धा देखने को मिल रही हैं।करोड़ों की संख्या में लोग पुण्य स्नान के लिए संगम तट की ओर उमड़ पड़े हैं।इस दौरान जो सबसे अनूठी चीज देखने को मिली वो पुलिस का व्यवहार है,यूं तो श्रद्धालुओं को राह दिखाने के लिए मेला प्रशासन की ओर से 800 के करीब साइनेजेस लगाए गए हैं लेकिन राह दिखाने के लिए योगी सरकार की पुलिस पर लोगों ने
महाकुंभ नगर, जिसे मंदिरों और घाटों की नगरी कहा जाता है, में सनातनी आस्था का अनोखा स्वरूप देखने को मिला। त्रिवेणी घाट पर आयोजित गंगा आरती ने भक्ति और आस्था का ऐसा माहौल रचा कि हर कोई उसमें खो गया।
मकर संक्रांति के पावन अवसर पर प्रयागराज के महाकुंभ में आस्था का अद्भुत नजारा देखने को मिला।
मकर संक्रांति पर उमड़ा श्रद्धालुओं का जनसैलाब, दूसरा स्नान आज...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीर्थराज प्रयागराज में आयोजित हो रहे महाकुम्भ को एकता का महाकुम्भ करार दिया है। पीएम मोदी और सीएम योगी के इस कथन को सोशल मीडिया में भी खूब सराहा जा रहा है।
महाकुम्भ प्रयागराज के पहले स्नान पर्व पौष पूर्णिमा स्नान पर सोमवार को संगम तट पर उमड़ी भीड़ में पीएम मोदी और सीएम योगी की तस्वीरों संग सेल्फी लेने और फोटो खिंचाने की होड़ दिखाई दी।
महाकुम्भ 2025 में भारत समेत पूरी दुनिया के लोग संगम में आस्था की डुबकी लगाने के लिए पहुंच रहे हैं। इस महाकुम्भ में अनेकता में एकता के साथ-साथ कारोबार और परोपकार का अनूठा संगम भी देखने को मिल रहा है।
महाकुंभ 2025 का पहला स्नान भव्यता और आध्यात्मिकता से परिपूर्ण रहा। प्रयागराज में संगम तट पर आज पहले स्नान के दिन करीब 1 करोड़ श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई। इस ऐतिहासिक आयोजन में देश-विदेश से भक्त पहुंचे हैं, जिसमें 20 देशों के श्रद्धालु भी शामिल हैं।
महाकुंभ में पहुंचने वाले करोड़ो श्रद्धालुओं के लिये खासा इतंजाम किया गया है लाखो श्रद्धालु महाकुंभ में आस्था की डूबकी लगा चुके है। महाकुंभ नगर में पहुंचने वाले श्रद्वालुओं के लिये ट्रांसपोर्ट ने खास इंतजाम किये है।