काशी की परंपरानुसार उदयागामी भगवान भास्कर का अभिवादन करता "नमो घाट" का नमस्ते स्कल्पचर पर्यटकों को लुभा रहा है। सुबह सूर्य की सिंदूरी किरणें काशी के अर्धचंद्राकार घाटों की छटा में चार चाँद लगाती हैं।
काशी की परंपरानुसार उदयागामी भगवान भास्कर का अभिवादन करता "नमो घाट" का नमस्ते स्कल्पचर पर्यटकों को लुभा रहा है। सुबह सूर्य की सिंदूरी किरणें काशी के अर्धचंद्राकार घाटों की छटा में चार चाँद लगाती हैं।