भले ही उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बार-बार फैक्ट्रियों और कारखानों के दूषित पानी को लेकर कार्यवाही की बड़ी-बड़ी बातें कहीं जाती हो लेकिन धरातल पर यह बातें सिर्फ हवाई रह जाती है।
भले ही उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बार-बार फैक्ट्रियों और कारखानों के दूषित पानी को लेकर कार्यवाही की बड़ी-बड़ी बातें कहीं जाती हो लेकिन धरातल पर यह बातें सिर्फ हवाई रह जाती है।
प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ के दौरान 1800 से अधिक साधुओं को नागा साधु बनाया जाएगा। इस प्रक्रिया की शुरुआत जूना अखाड़े में धर्मध्वजा के नीचे आज से हो रही है। इसके साथ ही निरंजनी और महानिर्वाणी अखाड़ों में भी यह विशेष संस्कार संपन्न किए जाएंगे।
पंजाब, हरियाणा और दिल्ली चैंबर ऑफ कॉमर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में 60 फीसद से अधिक घेरलू यात्राएं धार्मिक स्थलों की होती हैं। धार्मिक पर्यटन आर्थिक उन्नति और सांस्कृतिक आदान-प्रदान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
प्रयागराज महाकुम्भ में आस्था का जन सैलाब उमड़ रहा है। पौष पूर्णिमा और मकर संक्रांति के स्नान पर्व पर पुण्य की डुबकी लगाने के लिए करोड़ों की संख्या में लोग महाकुम्भ क्षेत्र में आए, उसमें बहुत से लोग मोबाइल डिस्चार्च होने की वजह से कनेक्टिविटी का लाभ नहीं ले सके।
9 विद्यालयों में 9 विधाओं में छह सौ से अधिक स्कूली बच्चे प्रशिक्षण ले रहे हैं। संस्कृति विभाग व कॉलेजों के संयुक्त तत्वावधान में चल रहा प्रशिक्षण सभी विद्यालयों के प्रधानाचार्यों की देखरेख में संपन्न हो रहा है। 22 जनवरी तक चलने वाले प्रशिक्षण के उपरांत इन बच्चों को महाकुम्भ से जुड़े सांस्कृतिक मंचों पर अपनी कला दिखाने का अवसर प्राप्त होगा।
प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान (DJJS) ने एक अनोखी पहल करते हुए आध्यात्मिकता और पर्यावरण संरक्षण को साथ जोड़ा है। संस्थान ने संगम के तट पर पूरी तरह इको-फ्रेंडली पंडाल का निर्माण किया है।
वाराणसी में गंगा नदी में चलने वाली नावों के किराए को सोमवार को तय कर दिया गया। अस्सी घाट से नमो घाट तक आने-जाने का किराया एक व्यक्ति के लिए 345 रुपये निर्धारित किया गया है।
महाकुंभ नगर, जिसे मंदिरों और घाटों की नगरी कहा जाता है, में सनातनी आस्था का अनोखा स्वरूप देखने को मिला। त्रिवेणी घाट पर आयोजित गंगा आरती ने भक्ति और आस्था का ऐसा माहौल रचा कि हर कोई उसमें खो गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीर्थराज प्रयागराज में आयोजित हो रहे महाकुम्भ को एकता का महाकुम्भ करार दिया है। पीएम मोदी और सीएम योगी के इस कथन को सोशल मीडिया में भी खूब सराहा जा रहा है।
महाकुम्भ 2025 में भारत समेत पूरी दुनिया के लोग संगम में आस्था की डुबकी लगाने के लिए पहुंच रहे हैं। इस महाकुम्भ में अनेकता में एकता के साथ-साथ कारोबार और परोपकार का अनूठा संगम भी देखने को मिल रहा है।
महाकुंभ 2025 का पहला स्नान भव्यता और आध्यात्मिकता से परिपूर्ण रहा। प्रयागराज में संगम तट पर आज पहले स्नान के दिन करीब 1 करोड़ श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई। इस ऐतिहासिक आयोजन में देश-विदेश से भक्त पहुंचे हैं, जिसमें 20 देशों के श्रद्धालु भी शामिल हैं।
ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण (GNIDA) जल्द ही किसानों को आबादी भूखंड आवंटित करने की प्रक्रिया को तेज और पारदर्शी बनाने के लिए एक ऑनलाइन सॉफ्टवेयर ऐप लॉन्च करने जा रहा है।
प्रयागराज में एक निजी चैनल के कार्यक्रम में बोलते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्षियों की खिंचाई करते हुए कहा कि हम सोच रहे थे कि मिनी स्टेशन पॉवर कॉरपोरेशन चला रहा है, लेकिन संभल में धार्मिक स्थल से बिजली के मिनी स्टेशन संचालित हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को उत्तर प्रदेश विधान सभा की नवीनीकृत दर्शक दीर्घा का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने इसे समस्त विधानसभा सदस्यों और प्रदेश की 25 करोड़ जनता को समर्पित करते हुए कहा कि विधानसभा प्रदेश के समस्त नागरिकों के लिए लोकतंत्र का आधार है। यह लोकतंत्र का पवित्र मंदिर है।