उत्तर प्रदेश परिवहन निगम द्वारा संचालित बसों के पारदर्शी संचालन के लिए योगी सरकार लगातार प्रयास कर रही है। इसके लिए प्रतिमाह निगम के प्रवर्तन दलों द्वारा नियमित जांच की जा रही है। इसी क्रम में सितंबर, 2023 में प्रवर्तन दलों द्वारा यूपीएसआरटीसी द्वारा संचालित बसों की कुल 109221 बार जांच की गयी। जांच दल द्वारा इस दौरान करीब 30 लाख रुपए का प्रशमन शुल्क वसूला गया।