समाजवादी पार्टी ने इलेक्शन कमीशन पर आरोप लगाते हुए कहा था कि पहले से नियुक्त बीएलओ में ज्यादातर सभी मुस्लिम और यादव बीएलओ को हटा दिया गया है। उनको निकालकर भाजपा के समर्थक माने जाने वाले जातीय और सांप्रदायिक समूहों के कर्मचारियों को बैठा दिया गया है।
समाजवादी पार्टी ने इलेक्शन कमीशन पर आरोप लगाते हुए कहा था कि पहले से नियुक्त बीएलओ में ज्यादातर सभी मुस्लिम और यादव बीएलओ को हटा दिया गया है। उनको निकालकर भाजपा के समर्थक माने जाने वाले जातीय और सांप्रदायिक समूहों के कर्मचारियों को बैठा दिया गया है।
यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ सितंबर के पहले सप्ताह में प्रयागराज के फूलपुर क्षेत्र का दौरा कर सकते हैं। हालांकि, फिलहाल अभी तक उनके आने की कोई निश्चित तारीख तय नहीं हैं। लेकिन, अधिकारी तैयारियों में जुट चुके हैं। बता दें कि योगी यहां करीब 15 हजार छात्रों को टैबलेट और स्मार्टफोन वितरित कर सकते हैं।
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ गुरुवार को मुजफ्फरनगर के मीरापुर क्षेत्र के बीआईट रोजगार मेले में सम्मिलित होंगे।
उत्तरप्रदेश के लखनऊ में निषाद पार्टी के स्थापना दिवस के अवसर पर इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री संजय निषाद ने कहा कि अभी तक पार्टी कटहरी अंबेडकर नगर जिला की सीट और महंझवा मिर्जापु की सीट पर अपने चुनाव चिन्ह के साथ ही चुनाव लड़ रहे थे,और अब आने वाले चुनाव में भी हम
यूपी के 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव की तारीखों का ऐलान आज चुनाव आयोग कर सकता है। इसी के साथ आज चुनाव आयोग महाराष्ट्र, जम्मू कश्मीर और हरियाणा विधानसभा के चुनाव का भी ऐलान कर सकता है।
हमेशा से मुस्लिम यादव की राजनीति करने वाली पार्टी सपा ने लोकसभा चुनाव 2024 के चुनाव से पहले PDA की बात सामने रखी तो ये नया तरीका लगा। पर आम चुनाव 2024 के परिणाम आने के बाद अखिलेश का यह पैंटरा सटीक रहा। ऐसे में सपा सुप्रीमों ने एक बार फिर अपने फैंसले से चौकाने का काम किया है।
आम चुनाव 2024 के परिणामों के बाद सपा और कांग्रेस यूपी में होने वाले उपचुनाव में भी गठबंधन करके चुनावी मैदान पर लड़ेंगे। इसका स्पष्ट संकेत दोनों ही नेताओं ने दे दिया है। इसी के साथ यूपी में अपनी खोई हुई जमीन वापस पाने के लिए कांग्रेस भाजपा से दो-दो हाथ करने के लिए तैयार है। ऐसे में दोनों दलों के बीच जल्द ही सीटों का बटवारा भी हो सकता
UP By-election 2024: राजनीतिक विश्लेषकों की माने तो उपचुनाव 2024 एनडीए और इंडी गठबंधन के लिए परीक्षा की घड़ी है क्योंकि 2027 में यूपी में चुनाव होने वाले हैं और जो इस चुनाव में बाजी मारेगा उसके जीतने के चांसेज ज्यादा बढ़ जाएंगे। ऐसे में दोनों के ही समक्ष खुद को लोगों के समक्ष साबित करने की एक बड़ी चुनौती होगी।