इस दौरान उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि यमुना एवं हिंडन नदी के जलस्तर की निरंतर मॉनिटरिंग की जाए। इसके साथ ही सुरक्षा को लेकर अपनी सभी व्यवस्थाएं मानकों के अनुरूप सुदृढ़ कर ली जाएं।
इस दौरान उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि यमुना एवं हिंडन नदी के जलस्तर की निरंतर मॉनिटरिंग की जाए। इसके साथ ही सुरक्षा को लेकर अपनी सभी व्यवस्थाएं मानकों के अनुरूप सुदृढ़ कर ली जाएं।
उत्तर प्रदेश में बाढ़ से 39216 लोग प्रभावित हुए हैं। नदियों के ऊफान से इतनी बड़ी संख्या में लोगों के जीवन पर असर पड़ा है। वहीं, 8062 लोगों को राहत शिविरों में रखा गया है।
यमुना का जलस्तर बढ़ने से हिंडन के डूब क्षेत्रों में खतरा मंडरा रहा है। हिंडन में नीचला इलाका शहदरा गांव में भी बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।
बुधवार को अचानक इन दोनों गांवों में यमुना का पानी पहुंच गया। जिसकी वजह से वहां मौजूद दो गौशाला में काम करने वाले चार लोगों के साथ तकरीबन 350 से ज्यादा गाय और उनके बछड़े फंस गए।