यूपी के बलिया जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसको जानकर हर कोई हैरान हो जाएगा। यहां तहसीलदार मजिस्ट्रेट ने ही तहसील के कार्यप्रणाली पर सवाल उठा दिया है। जिससे मामला गंभीर हो गया है। तहसीलदार मजिस्ट्रेट संजय कुमार सिंह ने तहसील के कार्यप्रणाली पर सवाल उठाया है। उन्होंने तहसील के कार्यप्रणाली पर आरोप लगाते हुए कहा कि यहां गरीबों को न्याय नहीं मिलता है। उन्होंने कहा कि तहसील के कर्मचारी डरे हुए हैं। उन्होंने किसी उच्चस्तरीय जांच एस.आई.टी. से जांच की मांग की है।
उन्होंने तहसील की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा है कि यहां हर रोज हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट की अवमानना की जा रही है। उन्होंने कहा कि कुछ वकील यहां सिस्टम पर हावी हो गए है। उन्होंने कहा कि कर्मचारी यहां डरे हैं। उन्होंने कहा कि उनपर गलत काम करने के लिए दबाव बनाया जाता है। उन्होंने कहा कि इस भय के माहौल में शासकीय कार्य करना मुश्किल हो गया है।
आपको बता दें कि बलिया जिले के रसड़ा तहसील का मामला है। जहां 22 जुलाई को एक वकील ने नाजायज दबाव बनाते हुए तहसीलदार की मौजूदगी में उनके चैंबर में पेशकार की पिटाई कर दी थी। जिसके बाद पेशकार की तहरीर पर रसड़ा कोतवाली में पिटाई करने वाले वकील के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। यह मामला बीते 22 जुलाई को हुआ था। पीड़ित पेशकार ने रसड़ा थाने में तहरीर देकर आरोप लगाया था कि अधिवक्ताओं ने उससे मारपीट की है।
पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू दी है। जिससे नाराज अधिवक्ताओं ने कल रसड़ा तहसील परिसर में तहसीलदार व पेशकार के ऊपर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए पुतला फूंका। अधिवक्ताओं ने पुतला फूंकते हुए कहा कि पेशकार ने वकीलों के खिलाफ जो प्राथमिकी दर्ज कराई है, उसको निलंबित कर स्थानांतरण की कार्रवाई की जाए।
इस मामले में जब यूपी की बात ने तहसीलदार से बातचीत की तो तहसीलदार मजिस्ट्रेट ने तहसील के कार्य प्रणाली की पोल खोल दी और सवाल खड़ा करते हुए तहसील के कार्यप्रणाली की जांच की मांग एस.आई.टी. से कराए जाने की बात कह दी। तहसीलदार मजिस्ट्रेट रसड़ा संजय कुमार सिंह ने कहा कि मैं जिलाधिकारी से मिलकर उच्चस्तरीय जांच की मांग करुंगा।
बलिया से संवाददाता संजीव कुमार तिवारी की रिपोर्ट।