मेरठ से दिल्ली के सराय काले खां तक चलने वाली रैपिड मेंट्रों की टेस्टिंग शुरू हो गई है। गुजरात के एलस्टॉम कंपनी स्थित प्लांट में तैयार हुईं पांच ट्रेन गाजियाबाद पहुंच गई है। जिन्हें दुहाई डिपो में 500 मीटर लंबे ट्रैक पर रखकर असेंबल कर दिया गया है और इनसे जुड़ी सभी प्रकार की टेस्टिंग प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
मेरठ का साउथ स्टेशन होगा चेंजिंग पॉइंट
मेरठ के मोदीपुरम से दिल्ली के सराय काले खां तक 82 किलोमीटर का मैट्रो ट्रैक बनकर तैयार हो चुका है। इसमें सराय काले खां से मेरठ साउथ स्टेशन तक रैपिड रेल चलेंगी। जबकि मेरठ शहर के अंदर मेट्रो चलेंगी। मेरठ शहर के यात्री मेट्रो से सफर करते हुए मेरठ साउथ स्टेशन तक पहुंचेंगे। जहां वे ट्रेन बदलकर रैपिड रेल में सवार होकर दिल्ली के लिए रवाना हो सकते हैं।
दुहाई डिपो में टेस्टिंग प्रक्रिया शुरू
बता दें कि रैपिड और मेट्रो ट्रेनों के डिब्बे गुजरात की एलस्टॉम कंपनी के प्लांट में तैयार किए गए हैं। अब मेट्रो ट्रेनों के डिब्बे गाजियाबाद अपने डिपार्ट स्थान पर होना शुरू हो चुका है। फिलहाल अभी मेट्रो के पांच ट्रेन सेट गाजियाबाद के दुहाई डिपो आए हैं, जहां ट्रेनों की असेंबलिंग और टेस्टिंग प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। NCRTC ने कहा है कि अगले साल जून-2025 तक मेरठ से दिल्ली तक मेट्रों शुरू हो जाएगी। गौरतलब है कि अभी तक गाजियाबाद में साहिबाबाद स्टेशन से मेरठ साउथ स्टेशन तक 42 किलोमीटर में रैपिड रेल यानि नमो भारत ट्रेनें संचालित हैं।
मेरठ मेट्रो रेल की ये हैं विशेषताएं
- मेरठ मेट्रो 3 कोच से मिलकर बनी है। इसमें एर्गोनॉमिक रूप से डिजाइन की गई 2×2 ट्रांसवर्स और लांगिट्यूडनली बैठने की व्यवस्था होगी।
- ट्रेन अत्याधुनिक हल्के वजन और स्टेनलेस स्टील से बनी है।
- एसी, आरामदायक सिटिंग, खड़े होने की पूरी जगह है। सामान रखने के लिए रैक, ग्रैब हैंडल, यूएसबी डिवाइस चार्जिंग, सीसीटीवी कैमरे, डायनामिक रूट मैप्स, इंफोटेनमेंट सिस्टम, ऑटोमेटिक लाइट्स की सुविधा भी मिलेगी।
- भीड़ मैनेजमेंट के लिए सभी स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर (पीएसडी) के साथ मेट्रो संचालन को जोड़ा जाएगा, ताकि सुरक्षा में किसी भी प्रकार की चूंक न हो।
- ऊर्जा खपत कम करने के लिए ट्रेन के दरवाजों में पुश बटन दिए गए हैं। इनकी हेल्प से दरवाजे खुलेंगे। जब पुश बटन दबेगा तभी ये गेट बंद होंगे। इमरजेंसी एग्जिट इक्विपमेंट, फायर सेफ्टी, इमरजेंसी अलार्म, टॉक-बैक सिस्टम भी मिलेगा।
- इमरजेंसी हेल्थ सर्विसेज, स्ट्रेचर, व्हील चेयर की सुविधा भी ट्रेन में रहेगी|