स्कूली बच्चों और किसानों की परेशानी बढ़ी, प्रशासनिक उदासीनता पर किसान नेता ने जताया गुस्सा।
सड़क पर जमा गंदा पानी बना मुसीबत
आगरा के बरौली अहीर विकासखंड के एतमादपुर मदरा गांव में मुख्य मार्ग पर लगातार जलभराव की समस्या ने ग्रामीणों का जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। सड़क पर जमा पानी के कारण स्कूल वाहनों का आवागमन बाधित होने से बच्चों को पढ़ाई के लिए स्कूल पहुंचने में दिक्कतें आ रही हैं। वहीं, किसानों को भी खेतों और खलिहानों तक पहुंचने के लिए गंदे पानी और कीचड़ से जूझना पड़ रहा है।
प्रशासनिक लापरवाही पर किसान नेता का तंज
स्थानीय किसान नेता सोमवीर यादव ने इस मुद्दे पर प्रशासन की निष्क्रियता पर नाराजगी जताई है। उन्होंने बताया कि लोक निर्माण विभाग (खंड-2) के अधिकारियों को कई बार इस समस्या से अवगत कराया गया, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द स्थिति नहीं सुधरी, तो ग्रामीण आगरा कलेक्ट्रेट के सामने धरना-प्रदर्शन करेंगे और सड़क जाम कर देंगे।
गंदगी और बीमारियों का बढ़ता खतरा
जलभराव वाली सड़क पर गंदे पानी के साथ कूड़े का ढेर लगने से मच्छरों और संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। ग्रामीणों का कहना है कि यह समस्या न केवल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, बल्कि आपातकालीन स्थितियों में भी राहत कार्यों को प्रभावित कर सकती है।
मुख्यमंत्री पोर्टल पर दर्ज हुई शिकायत
ग्रामीणों ने इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री शिकायत पोर्टल पर भी अर्जी दाखिल की है। उनकी मुख्य मांग है कि लोक निर्माण विभाग तत्काल जल निकासी की व्यवस्था करे और टूटी-फूटी सड़क की मरम्मत कराए। साथ ही, भविष्य में जलभराव रोकने के लिए स्थायी समाधान पर काम किया जाए।
जनसुविधाओं की अनदेखी बन रही चुनौती
एतमादपुर मदरा की यह स्थिति ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे के संकट को उजागर करती है। प्रशासन को चाहिए कि वह ग्रामीणों की समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए त्वरित निदान सुनिश्चित करे, ताकि स्थानीय लोगों का विश्वास बहाल हो सके और उनके जीवन स्तर में सुधार हो।