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UP GOOD News: यूपी के प्रत्यक्ष निवेश में आई तेजी, पहले चरण में 1300 करोड़ का हुआ निवेश

यूपी में नोएडा और एनसीआर के बाद अब ब्रज औद्योदिक क्षेत्र विदेशी निवेशकों की पहली पसंद बनते जा रहा है। यहां पर पेप्सिको, मैपई कंस्ट्रक्शन और एयर लिक्विड के संयंत्र पहले ही स्थापित हो चुके हैं।

By: Abhinav Tiwari  RNI News Network
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UP GOOD News: यूपी के प्रत्यक्ष निवेश में आई तेजी, पहले चरण में 1300 करोड़ का हुआ निवेश

यूपी में नोएडा और एनसीआर के बाद अब ब्रज औद्योदिक क्षेत्र विदेशी निवेशकों की पहली पसंद बनते जा रहा है। यहां पर पेप्सिको, मैपई कंस्ट्रक्शन और एयर लिक्विड के संयंत्र पहले ही स्थापित हो चुके हैं।

वहीं यूपी सरकार के औद्योगिक नजरिए ने प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में तेजी लाई है। विदेशी निवेशक पेप्सिको, मैपेई कंस्ट्रक्शन और एयर लिक्विड इंडिया जैसी कंपनियों ने हाल ही में तीन बड़े संयंत्र लगाए हैं। वहीं तीनों कंपनियों ने अपने पहले चरण में कुल मिलाकर 1300 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इसी के साथ 5 और संयंत्र लाइन में लगे हुए हैं, जो बहुत ही जल्द धरातल पर उतर कर अपना काम शुरू करने वाले हैं।

अब दिल्ली-एनसीआर से बाहर निकलकर निवेश कर रहे निवेशक

अब विकास का बुनियादी ढांचा, कनेक्टिविटी, एक्सप्रेसवे के निवेशक का दायरा नोएडा-एनसीआर से बाहर निकल कर प्रदेश के अन्य औद्योगिक स्थानों पर हो रहा है। अब अवध क्षेत्र के साथ ही ब्रज क्षेत्र भी निवेशकों को रास आ रहा है। इसी का परिणाम है कि अमेरिकी कंपनी पेप्सिको ने मथुरा में करीब 750 करोड़ रुपये से प्लांट लगाया है। वहीं 29 एकड़ में फैले इस प्लांट में अभी और निवेश भविष्य में होना है।

ऐसे ही इटली की कंपनी मैपेई कंस्ट्रक्शन ने 250 करोड़ रुपये का निवेश करके अपनी इकाई स्थापित की है। मथुरा के औद्योगिक क्षेत्र कोसी कोटवन विस्तार में तीसरे प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के रूप में एयर लिक्विड इंडिया ने करीब 350 करोड़ रुपये का निवेश करके एयर सेपरेशन यूनिट की स्थापना की है। स्पष्ट कर दें कि यूपीसीडा ने कोविड काल में कंपनी को जमीन आवंटित किया था। वहीं मथुरा में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के तहत ये तीसरी इकाई है।

एयर लिक्विड के प्लांट की क्षमता करीब 300 टन रोजाना तरल ऑक्सीजन व मेडिकल ऑक्सीजन के साथ ही 45 टन तरल नाइट्रोजन और 12 टन तरल आर्गन बनाने की है। ये प्रदेश में अभी तक का सबसे बड़ा तरल गैस संयंत्र है। इससे मेडिकल ग्रेड ऑक्सीजन की आपूर्ति दिल्ली-एनसीआर, पश्चिमी यूपी, राजस्थान और मध्य प्रदेश के अलावा औद्योगिक इकाइयों को की जाएगी।

यूपी सरकार ने विदेशी कंपनियों को अन्य क्षेत्रों में औद्योगिक संयंत्र लगाने के लिए और आकर्षित करने के लिए यूपीसीडा ने यहां के औद्योगिक क्षेत्रों में रखरखाव पर करीब 45 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। इसी के साथ लगभग 35 करोड़ के काम चल रहे हैं। ऐसे में मथुरा में निवेशकों की बढ़ती रुचि को देखते हुए यूपीसीडा लगभग 200 एकड़ में नया औद्योगिक क्षेत्र का विस्तार भी करने में लगा हुआ है।

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