रेलवे प्रत्येक साल एक जुलाई से ट्रेनों की नई समय सारिणी जारी करता है, पर इस बार रेलवे ऐसा नहीं कर रहा है। बता दें कि अक्तूबर के पहले सप्ताह में रेलवे की नई समय सारिणी प्रस्तावित थी, लेकिन अब इसे आगे बढ़ा दिया गया है।
ट्रेनों के आवागमन का समय एक जनवरी से बदलने जा रहा है। अक्तूबर के पहले सप्ताह लागू की जाने वाली ट्रेनों की नई समय सारिणी को रेलवे ने एक बार फिर से तीन माह के लिए आगे बढ़ा दिया है। नई समय सारिणी में बरेली-मुंबई वंदे भारत स्लीपर, सहारनपुर-प्रयागराज वंदे भारत एक्सप्रेस को भी जगह मिलेगी। इसके साथ ही मेरठ-लखनऊ वंदे भारत एक्सप्रेस के समय में भी बदलाव को लेकर खबर है।
रेलवे हर साल एक जुलाई से ट्रेनों की नई समय सारिणी जारी करता है। इस बार जुलाई में नई समय सारिणी जारी नहीं की गई। इस दौरान बरेली होते हुए दो वंदे भारत एक्सप्रेस का भी समायोजन किया गया। पीलीभीत-मैलानी-लखनऊ रेल लाइन पर भी चार नई ट्रेनों का संचालन शुरू किया गया।
नई और त्योहार विशेष ट्रेनों के पुरानी समय सारिणी में समायोजन के कारण लेटलतीफी बढ़ गई है। बरेली होते हुए सप्ताह में तीन-तीन दिन बरेली-मुंबई वंदे भारत स्लीपर और सप्ताह में छह दिन सहारनपुर-प्रयागराज वंदे भारत एक्सप्रेस भी प्रस्तावित हैं।
नई समय सारिणी में इन ट्रेनों को भी स्थान दिया जाना है। रेलवे सभी जोन और मंडलों में अमृत भारत एक्सप्रेस, वंदे भारत एक्सप्रेस, वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों के परिचालन को लेकर समीक्षा कर रहा है। ट्रेनों की लेटलतीफी से निपटने के भी उपाय खोजे जा रहे हैं। समीक्षा के कारण पहले एक जुलाई और बाद में एक अक्तूबर को नई समय सारिणी जारी नहीं की गई। अब इसे एक जनवरी से लागू किया जाएगा।
कोहरे के सीजन के कारण रेलवे ने एक दिसंबर से 28 फरवरी तक 14 नियमित ट्रेनों को निरस्त किया है। 28 ट्रेनों के फेरों में कटौती की गई है। इन सभी ट्रेनों का नियमित संचालन अब एक से सात फरवरी तक फिर से नई समय सारिणी पर शुरू किया जाएगा। पुरानी समय सारिणी में समायोजित की गईं नई ट्रेनों के समय में भी बदलाव किया जाएगा।
इज्जतनगर मंडल के पीआरओ राजेंद्र सिंह ने बताया कि इस बार एक जनवरी से ट्रेनों की नई समय सारिणी लागू की जाएगी। बरेली होते हुए दो वंदे भारत समेत कुछ अन्य ट्रेनों का संचालन भी प्रस्तावित है। पुरानी समय सारिणी में कई ट्रेनों को समायोजित कर चलाया जा रहा है। इस बार नई समय सारणी एक जनवरी से लागू की जाएगी।