नोएडा में तीन नए मेट्रो रूटों के लिए जल्द ही टोपोग्राफी सर्वे किया जाएगा। इन परियोजनाओं के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) को राज्य सरकार से मंजूरी मिल चुकी है और अब केंद्र सरकार की मंजूरी का इंतजार है। स्वीकृति मिलते ही निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। ये तीनों परियोजनाएं कुल 5,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से तैयार की जाएंगी, जिससे प्रतिदिन करीब ढाई लाख यात्रियों को लाभ होगा।
क्या होता है टोपोग्राफी सर्वे?
मेट्रो निर्माण से पहले टोपोग्राफी सर्वे किया जाता है, जिसमें भूमि की सतह, ऊंचाई, गहराई, भू-संरचना और स्थान की विस्तृत जांच होती है। यह अध्ययन यह सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है कि प्रस्तावित मेट्रो रूट तकनीकी रूप से उपयुक्त और सुरक्षित हो। इस प्रक्रिया के तहत विशेषज्ञ कंपनियां, जैसे कि आईआईटी दिल्ली, आईआईटी रुड़की, या अन्य कंसल्टेंसी फर्में, सर्वेक्षण करती हैं। इसके बाद मिट्टी की गुणवत्ता की जांच भी की जाती है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि निर्माण में कोई बाधा न आए।
तीनों मेट्रो परियोजनाओं की विस्तृत जानकारी
1. बॉटेनिकल गार्डन से सेक्टर-142 मेट्रो रूट
इस रूट की कुल लंबाई 11.56 किलोमीटर होगी और इसके निर्माण में लगभग 2,254.35 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। डीपीआर को राज्य सरकार से मंजूरी मिल चुकी है और केंद्र सरकार की मंजूरी मिलते ही काम शुरू हो जाएगा। यह परियोजना 5 वर्षों में पूरी होगी और प्रतिदिन 1 से 1.25 लाख यात्रियों को लाभ मिलेगा।
स्टेशन लिस्ट:
- बॉटेनिकल गार्डन
- सेक्टर-44
- नोएडा ऑफिस
- सेक्टर-97
- सेक्टर-105
- सेक्टर-108
- सेक्टर-93
- पंचशील बालक इंटर कॉलेज
- सेक्टर-142 (पहले से निर्मित)
2. सेक्टर-51 से नॉलेज पार्क-5 मेट्रो रूट
यह रूट 17.435 किलोमीटर लंबा होगा और इस पर 11 स्टेशन बनाए जाएंगे। इस परियोजना के निर्माण में 2,991 करोड़ रुपये खर्च होंगे, जिसमें भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार दोनों का योगदान रहेगा। राज्य सरकार के 40% हिस्से की राशि नोएडा अथॉरिटी और 60% राशि ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी वहन करेगी।
स्टेशन लिस्ट:
- सेक्टर-51
- सेक्टर-61
- सेक्टर-70
- सेक्टर-122
- सेक्टर-123
- सेक्टर-4 (ग्रेटर नोएडा)
- सेक्टर-12 (इकोटेक)
- सेक्टर-2 (ग्रेटर नोएडा)
- सेक्टर-3 (ग्रेटर नोएडा)
- सेक्टर-10 (ग्रेटर नोएडा)
- सेक्टर-12 (ग्रेटर नोएडा)
- नॉलेज पार्क-5 (ग्रेटर नोएडा)
इस रूट पर शुरुआती दिनों में करीब 1.25 लाख यात्री प्रतिदिन सफर करेंगे।
3. ग्रेटर नोएडा डिपो से बोडाकी मेट्रो रूट
यह रूट 2.6 किलोमीटर लंबा होगा और इसके निर्माण में 416.34 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस रूट पर 2 नए स्टेशन बनाए जाएंगे – जुनपत गांव और बोडाकी। डिपो स्टेशन पहले से ही मौजूद है, जिससे इस रूट का विस्तार आसानी से किया जा सकेगा।
कैसे बदलेगा नोएडा का ट्रांसपोर्ट सिस्टम?
इन तीनों मेट्रो परियोजनाओं के पूरा होने से नोएडा और ग्रेटर नोएडा के लाखों निवासियों को सीधा फायदा मिलेगा। यह न केवल यात्रा को सुगम बनाएगा बल्कि ट्रैफिक जाम की समस्या को कम करने में भी मदद करेगा। साथ ही, इन नए रूटों से रियल एस्टेट, वाणिज्यिक गतिविधियों और औद्योगिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।
इन परियोजनाओं के तहत मेट्रो नेटवर्क का विस्तार होने से दिल्ली, नोएडा और ग्रेटर नोएडा के बीच कनेक्टिविटी और मजबूत होगी, जिससे यात्रियों को अधिक सुविधाएं मिलेंगी और यात्रा का समय कम होगा।