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पीने के पानी के लिए त्राहिमाम, पंपसेट खराब होने से कई दिनों से प्यासे ग्रामीण

बस्तीः सरकार जहां जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल, हर नल से पानी उपलब्ध कराने की बात कर रही है। वहीं सरकार के कर्मचारी इस अभियान को पलीता लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। इन दिनों भाजपा विधायक, सांसद और कार्यकर्ता जगह जगह 9 साल बेमिसाल कार्यक्रम के तहत सरकार की उपलब्धियों को गिना रहे हैं। लेकिन सरकारी अधिकारी-कर्मचारी इस पर पानी फेरने का काम कर रहे हैं। जिससे जनता के बीच सरकार की किरकिरी हो रही है। आपको बता दें कि बस्ती जनपद के सदर ब्लॉक की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत महसो में पिछले 15 दिनों से मोटर खराब होने के कारण लगभग 20 हजार आबादी वाले इस ग्राम पंचायत के लोगों को पीने के लिए शुद्ध पानी नहीं मिल पा रहा है। आजकल जहां गर्मी ने तांडव मचा रखा है तो वहीं सरकारी योजनाएं भी भीषण गर्मी में दम तोड़ती नजर आ रही हैं। 20 हजार की आबादी वाले इस ग्राम पंचायत के लोग इस भीषण गर्मी में शुद्ध जल पीने के लिए तरस रहे हैं। बिना पानी के गांव में हाहाकार मचा हुआ है। जनप्रतिनिधियों और सम्बंधित अधिकारियों के बेरुखी के कारण गांव वालों ने मजबूर होकर प्रदर्शन करते हुए इसे जल्द जल्द ठीक कराने की मांग की। गांव वालों का कहना है कि पिछले 15 दिनों से मोटर खराब होने के कारण हम लोगों को शुद्ध पानी नसीब नहीं हो रहा है। वही गांव के लोगों ने आरोप लगाया है। कि रात भर मोटर चलने के कारण खराब हो गई। लेकिन जिम्मेदार इधर झांकने तक नहीं आए। गांव के लोग नल का दूषित पानी पीने को मजबूर हैं।

आरोप है कि पंपसेट संचालक से इस बारे में सवाल पूछने पर गाली गलौज करने लगते हैं। वहीं फोन करने पर सहायक अभियंता योगेंद्र प्रसाद ने बताया कि इस मामले में जूनियर इंजीनियर को साइट पर भेजकर मोटर की समस्या को दूर करवाया जाएगा और मामले की जांच करवायी जाएगी। अगर जांच में कोई दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

बस्ती से संवाददाता धर्मेन्द्र द्विवेदी की रिपोर्ट

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