नोएडा से दिल्ली हवाई अड्डे तक यात्रा को और भी सुविधाजनक बनाने के लिए एक नया मेट्रो कनेक्शन प्रस्तावित किया जा रहा है। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) और यमुना प्राधिकरण (yida) के बीच एक समझौता हुआ है, जिसके तहत ग्रेटर नोएडा की एक्वा मेट्रो लाइन को दिल्ली मेट्रो की गोल्डन और मजेंटा लाइन से जोड़ा जाएगा।
इससे दिल्ली और नोएडा के बीच यात्रा आसान होगी और विशेष रूप से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट और इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के बीच कनेक्टिविटी को बढ़ावा मिलेगा।
यमुना प्राधिकरण (yida) के प्रस्ताव पर DMRC ने एरोसिटी से तुगलकाबाद तक निर्माणाधीन गोल्डन लाइन को कालिंदी कुंज तक बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है। यह कदम खासतौर से नोएडा और दिल्ली के बीच यात्रा को सरल बनाने के लिए उठाया गया है।
प्रस्ताव के अनुसार, गोल्डन लाइन का विस्तार लगभग पांच किलोमीटर तक किया जाएगा, जिससे बॉटनिकल गार्डन तक सीधी मेट्रो कनेक्टिविटी मिल सकेगी। DMRC द्वारा इस पांच किलोमीटर लंबे एलिवेटेड ट्रैक के निर्माण के लिए 950 करोड़ रुपये का अनुमानित खर्च प्रस्तावित किया गया है।
इस योजना के तहत एक्वा मेट्रो लाइन को DMRC की गोल्डन और मजेंटा लाइन से जोड़ा जाएगा। एक्वा लाइन, जो फिलहाल ग्रेटर नोएडा में चल रही है, अब बॉटनिकल गार्डन स्टेशन से जुड़ने वाली है। बॉटनिकल गार्डन स्टेशन DMRC की मजेंटा और ब्लू लाइन का इंटरचेंज स्टेशन है।
इस प्रकार, एक्वा लाइन को गोल्डन और मजेंटा लाइनों से जोड़ने से यात्रियों को नोएडा एयरपोर्ट और दिल्ली एयरपोर्ट के बीच बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जो अप्रैल 2025 से व्यावसायिक उड़ानों के लिए तैयार हो रहा है, इसेआईजीआई एयरपोर्ट से जोड़ने के लिए यीडा और DMRC के बीच कई कदम उठाए जा रहे हैं। इस कनेक्टिविटी के लिए गोल्डन और एक्वा लाइनों का जोड़ एक महत्वपूर्ण कदम है।
इसके अलावा, बॉटनिकल गार्डन से सेक्टर 142 तक एक नया रूट भी तैयार किया गया है, जिससे यात्रियों को एक नई, सीधी और सुविधाजनक यात्रा का अनुभव मिलेगा।
DMRC की योजना के अनुसार, तुगलकाबाद से कालिंदी कुंज के बीच पांच किलोमीटर का एलिवेटेड मेट्रो ट्रैक होगा, जिसमें दो स्टेशन-सरिता विहार और मदनपुर खादर बनाए जाएंगे। यह ट्रैक न केवल ग्रेटर नोएडा और नोएडा के लोगों के लिए, बल्कि दिल्ली और आसपास के इलाकों के लिए भी महत्वपूर्ण साबित होगा।
इस ट्रैक के बनने से यात्रियों को दोनों हवाई अड्डों तक पहुंचने में आसानी होगी, जिससे समय की बचत होगी और यात्रियों की सुविधा बढ़ेगी।
यूपी सरकार ने पहले नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेसवे के माध्यम से नोएडा एयरपोर्ट को आईजीआई एयरपोर्ट से जोड़ने का प्रस्ताव रखा था, लेकिन अब यह योजना आरआरटीएस (रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम) के विकल्प के रूप में स्थगित कर दी गई है। इसके बजाय, परी चौक से गाजियाबाद होते हुए 72.4 किलोमीटर लंबी नमो भारत और मेट्रो सेवा प्रस्तावित की गई है।
हालांकि, इस प्रोजेक्ट को पूरा होने में पांच से छह साल का समय लग सकता है। इस बीच, DMRC और yida के बीच सहमति बनने पर एक्वा लाइन को गोल्डन और मजेंटा लाइन से जोड़ने वाला पांच किलोमीटर लंबा ट्रैक तीन साल के भीतर पूरा किया जा सकता है।
इस नए मेट्रो नेटवर्क से दिल्ली और नोएडा के बीच यात्रा और भी सुगम हो जाएगी। बॉटनिकल गार्डन से सेक्टर 142 तक मेट्रो रूट तैयार होने से नोएडा और ग्रेटर नोएडा के यात्री आसानी से दोनों एयरपोर्ट तक पहुंच सकेंगे।
इस नए कनेक्शन से गोल्डन, मजेंटा और एक्वा लाइनों के मिलकर काम करने से यात्रियों को अधिक विकल्प मिलेंगे और दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में मेट्रो यात्रा को और बेहतर बनाया जा सकेगा।
This Post is written by Abhijeet Kumar yadav