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Jhansi News: ललितपुर मैटरनिटी विंग-बार में टॉर्च की रोशनी में हो रहा प्रसूताओं का उपचार

सरकार की तमाम स्वास्थ्य योजनाओं के बाद भी महिलाओं के प्रसव में इस तरह की लापरवाही बरती जा रही है। सीएचसी मेटरनिटी विंग ललितपुर में ग्रामीणों व तीमारदारों का आरोप है कि अस्पताल परिसर में चारो ओर गंदगी का अंबार, जिससे मरीज और तीमारदारों को मच्छरों से परेशानी का सामना करने पड़ रहा है

By: Satyam Dubey  RNI News Network
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Jhansi News: ललितपुर मैटरनिटी विंग-बार में टॉर्च की रोशनी में हो रहा प्रसूताओं का उपचार

यूपी के ललितपुर जिले से एक ऐसा खबर सामने आई है, जिसको जानकर हर कोई हैरान हो जाएगा। यहां सीएचसी मेटरनिटी विंग अस्पताल का हाल बेहाल है। इस हॉस्पिटल में टॉर्च की रोशनी और दीए के सहारे प्रसूताओं का उपचार किया जा रहा है। जहां एक ओर सीएम योगी सूबे में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर सजग हैं और अधिकारियों को निर्देश दे रहे हैं कि कोई भी कोताही न बरती जाए तो वहीं दूसरी ओर ऐसे मामले सामने आ रहे हैं।

सरकार की तमाम स्वास्थ्य योजनाओं के बाद भी महिलाओं के प्रसव में इस तरह की लापरवाही बरती जा रही है। सीएचसी मेटरनिटी विंग ललितपुर में ग्रामीणों व तीमारदारों का आरोप है कि अस्पताल परिसर में चारो ओर गंदगी का अंबार, जिससे मरीज और तीमारदारों को मच्छरों से परेशानी का सामना करने पड़ रहा है। हालता तो यह है कि प्रसूताओं, मासूम बच्चों और तीमारदारों को मच्छरों से बचने के लिए खुद ही इंतजाम करने पड़ते। जब इस मामले में अधिकारियों से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने कुछ बोलने से इनकार कर दिया।

तीमारदारों ने अपनी व्यथा सुनाया है। अस्पताल में डिलिवरी के लिए महिला को लाए धरमदास ने कहा कि जब हम महिला को लेकर डिलिवरी के लिए अस्पताल में आए तो यहां अंधेरा था। लाइट की कोई व्यवस्था नहीं है। सरसों के तेल से दीया जला रहे। हद तो यह है कि यहां डिलिवरी भी टॉर्च की रोशनी से हो रही है। उन्होंने कहा कि यहां ऐसे हालात हैं।

वहीं, एक तीमारदार ने कहा कि यहां लाइट की कोई व्यवस्था नहीं है। पंखा चल रहा था तो अस्पताल प्रशासन द्वारा उसको भी बंद कर दिया गया कहा गया कि लाइट नहीं है। अस्पताल में बने शौचालय में पानी का कोई इंतजाम नहीं है। शौचालय जाने के लिए बाहर से पानी लेकर जाना पड़ता है। उन्होंने बताया के बेड पर शीट तक नहीं लगा है।

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