गोरखपुर। कड़ी सुरक्षा के बीच झारखंड के दो युवक गोरखनाथ मंदिर गेट पर तीन कारतूस के साथ पकड़े गए। दोनों युवक गढ़वा जिले के रहने वाले बताए जा रहे हैं। फिलहाल पुलिस, एलआइयू, आइबी की टीमें दोनों से पूछताछ कर रही हैं। सूत्रों के मुताबिक युवक रोजगार की तलाश में ट्रेन से गोरखपुर आए थे और वो बुधवार को मंदिर में घूमने जा रहे थे। फिलहाल उनके बैग में कारतूस कहां से आए, इस बात की जानकारी नहीं है। घटना के मुताबिक गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में लगे कर्मचारी मुख्य गेट पर श्रद्धालुओं की जांच कर रहे थे। पैदल जा रहे दो युवकों की तलाशी ली गई तो उनके बैग से 315 बोर के तीन जिंदा कारतूस मिले। दोनों आरोपियों को गोरखनाथ पुलिस हिरासत में लेकर थाने लेकर आ गई। इसी बीच पुलिस, एलआइयू और आइबी की टीमें भी थाने पहुंच गईं। बाइक और कारतूस उन्हें कहां मिली, इसके बारे में वह स्पष्ट नहीं बता रहे हैं। फिलहाल इस मामले में पुलिस कुछ भी कहने से बच रही है।
कुछ दिन पहले तमंचे के साथ पकड़ा गया था व्यापारी
आपको बता दें कि गोरखनाथ मंदिर गेट पर 14 जुलाई 2023 को बिहार के बेतिया का रहने वाला सुबोध नाम का व्यापारी तमंचे के साथ पकड़ा गया था। हिरासत में लेने के बाद क्राइम ब्रांच और खुफिया एजेंसियों की पूछताछ में उसने बताया कि वह अपने बेटे को गोरखनाथ मंदिर घुमाने और खरीदारी करने के लिए शहर आया था। दुकान पर ऑर्डर देने के बाद बेटे के साथ मंदिर पहुंचा था। ट्रेन में आते समय उसके बेटे ने गलती से दूसरे का बैग उठा लिया। इसमें तमंचा कैसे आया उसे जानकारी नहीं है। इसके बाद पुलिस ने व्यापारी के विरुद्ध कार्रवाई की थी। वहीं पिछले साल तीन अप्रैल को आतंकी मुर्तजा अब्बासी ने गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था में लगे पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया था। पुलिसकर्मियों ने मुर्तजा को गिरफ्तार कर लिया था।
संदिग्धों पर रहती है सुरक्षाबलों की नजर
उधर गोरखनाथ मंदिर गेट पर जांच के दौरान 25 जुलाई, 2023 को जनता दर्शन में आए फरियादी और उनके वाहनों की जांच करते हुए एक स्कार्पियो से 315 बोर के दो कारतूस बरामद हुए थे। पुलिस ने बीजेपी नेता के भाई समेत पांच लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पता चला कि 13 जून, 2023 को श्रावस्ती सेमरी चकपिहानी के भाजपा नेता माता प्रसाद उर्फ करिया की हत्या कर दी गई थी। इसमें स्थानीय पुलिस ने नौ लोगों के विरुद्ध केस दर्ज किया है। छह को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।