पूर्वी उत्तर प्रदेश में बने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को बलिया से जोड़ने के लिए ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे के निर्माण की योजना सरकार ने बनाई है। इसके लिए टेंडर और भूमि खरीदने से संबंधित सभी प्रक्रियाओं को पूरा किया जा चुका है। आपको बता दें कि स्थानीय लोग लगातार ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे कॉरिडोर के जरिए बलिया में कट देने की मांग कर रहे थे। जिसे देखते हुए परिवहन विभाग ने केंद्रीय मंत्री को इसके बारे में बताया था।
यह ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे बलिया के लिए अमृत साबित होने वाला है इसी के साथ ही ये लोगों के विकास में भी सहायक होगा। इस विषय पर सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने कहा कि इस एक्सप्रेस-वे के बनने के बाद बलिया ही नहीं बल्कि अन्य जिलों को भी लाभ मिलेगा।
इसके निर्माण से नहीं होंगी ग्रामीण सड़कें अवरुद्ध
सांसद ने बताया कि इस ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे के निर्माण से ग्रामीण सड़कें अवरुद्ध नहीं होंगी वे पहले की तरह ही चलती रहेंगी। इसी के साथ उन्होंने ये भी स्पष्ट कर दिया कि जहां भी ग्रामीण सड़कें ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे को क्रॉस कर रही हैं उस जगह अंडरपास का निर्माण होगा। सांसद ने बताया कि उन्होंने NHI के अधिकारियों से बात की है। जिसको ध्यान में रखते हुए उन्होंने कहा कि कोई भी विकास लोगों के हित के लिए होता है उनके दोहन के लिए। इसी तरह ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे के निर्माण होने के बाद चौमुखी विकास का रास्ता खुल जाएगा।
एक्सप्रे-वे की रेंज में आने वाले गावों को इससे जोड़ा जाएगा
सांसद ने बताया कि टोला शिवन राय का मार्ग हो या सोनबरसा का या फिर चांदपुर का मार्ग हो। जो मार्ग ग्रीन फील्ड एक्सप्रे-वे के रेंज में आएगा चाहे वे ग्रामीण सड़के ही क्यों न हो, उसे अंडरपास से जोड़ा जाएगा। वहीं, ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे का निर्माण इस तरह से किया जाएगा कि जगह-जगह पर क्रॉस किया जा सके।