भारत में खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत राशन वितरण को पारदर्शी और लाभकारी बनाने के लिए शासन ने बड़ा कदम उठाया है। अब कानून के तहत राशन कार्ड में जितने भी लाभार्थियों के नाम दर्ज हैं, उन सब को एक बार अनिवार्य रूप से मशीन में अंगूठा लगाना होगा। वहीं जो व्यक्ति अंगूठा नहीं लगाता, उसके हिस्से का राशन नहीं आएगा। ऐसे में इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए इस बार या अगले माह राशन वितरण के दौरान तक का समय है।
राशन कार्ड में धांधली के मामलों को देखते हुए खाद्य विभाग की तरफ से कोटेदारों को यह स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि राशन वितरण के दौरान ही कार्ड के सभी लभार्थी यूनिटों का अंगूठा लगवाकर सत्यापन कराना होगा, ताकि ये स्पष्ट हो सके कि जो लोग राशन का लाभ ले रहे हैं वो वास्तव में हैं भी या विभाग के साथ छलावा कर रहे हैं।
सरकार राशन वितरण को लेकर बहुत सजग है, ऐसे में कई मामले ऐसे भी देखने को मिले जिसमें राशन जितने लोगों को दिया जा रहा हैं वहां उतने लोग है हीं नहीं। ऐसे में अब सरकार इस प्रक्रिया के माध्यम से राशन लाभार्थी से उन लोगों के नाम को हटाए जाने का काम करना शुरू किया है जो वास्तव में हैं नहीं और उनके राशन का लाभ कोई और उठा रहा है। आपको स्पष्ट कर दें कि ई-केवाईसी के लिए आपको किसी भी साइबर कैफेमें जाने की आवश्यकता नहीं है, सरकारी राशन की दुकान पर जाकर, रखी मशीन से के-वाईसी अपडेट कर सकते हैं।
कानपुर के जिला पूर्ति अधिकारी राकेश कुमार ने कहा कि शासन के निर्देश पर उपभोक्ताओं को ई-केवाईसी कराना अनिवार्य है। राशन कार्ड धारकों को अपने सभी यूनिट के साथ कोटेदार के यहां पहुंचकर मशीन में अंगूठा लगाना ही होगा। वहीं जिस सदस्य का अंगूठा मशीन में नहीं लगेगा, उसका राशन कार्ड से नाम हटा दिया जाएगा।