LS Election 2024: आम चुनाव के तीसरे चरण के अंतर्गत यूपी के भाजपा, सपा, बसपा के सारे प्रत्याशी करोड़पति हैं। बता दें कि यूपी इलेक्शन के वॉच एवं एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म ने तीसरे चरण की 10 सीटों पर चुनाव लड़ने वाले सभी 100 प्रत्याशियों के शपथपत्रों का विश्लेषण करने के बाद रिपोर्ट जारी किया है। गौरतलब है कि तीसरे चरण में आगरा, आंवला, बदायूं, बरेली, एटा, फतेहपुर सीकरी, फिरोजाबाद, हाथरस, मैनपुरी और संभल में चुनाव होना है। राजनीतिक दलों के तमाम दावों और वादों के बावजूद भी तीसरे चरण में केवल आठ महिलाओं को ही टिकट दिया है।
यूपी इलेक्शन वॉच के मुख्य संयोजक संजय सिंह ने कहा कि तीसरे चरण के चुनाव में 46 प्रतिशत प्रत्याशी करोड़पति हैं। इसमें भाजपा के 10 और सपा व बसपा के नौ-नौ प्रत्याशी आते हैं। जिनकी औसतन संपत्ति 6.94 करोड़ रुपये है। वहीं, भारतीय जनता पार्टी के 10 प्रत्याशियों की औसत संपत्ति लगभग 11.74 करोड़, सपा के नौ प्रत्याशियों की संपत्ति 47.67 करोड़ और बसपा के प्रत्याशियों की औसत संपत्ति 9.45 करोड़ रुपये है।
वहीं सर्वाधिक संपत्ति वाले उम्मीदवार बरेली के प्रवीन सिंह ऐरन (सपा) हैं। उनके पास 182 करोड़ रुपये की संपत्ति है। इसी तरह से फिरोजाबाद संसदीय सीट के सपा प्रत्याशी अक्षय यादव के पास 136 करोड़ रुपये हैं। बता दें कि मैनपुरी सीट से सपा प्रत्याशी डिंपल यादव के पास 42 करोड़ रुपये की संपत्ति है।
तीसरे चरण के 100 प्रत्याशियों में से 25 उम्मीदवारों ने अपने ऊपर लगे आपराधिक मामले घोषित किए हैं। इनमें से 20 उम्मीदवारों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। वहीं दलों की तुलना की जाए तो भाजपा व बसपा के चार-चार, सपा के पांच और राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के एक प्रत्याशी ने अपने ऊपर आपराधिक मामले कबूले हैं।
फतेहपुर सीकरी से कांग्रेस प्रत्याशी रामनाथ सिंह सिकरवार पर सर्वाधिक 17 मामले, फिरोजाबाद से बसपा प्रत्याशी चौधरी बशीर पर 9 आपराधिक मामले हैं।
आगरा संसदीय सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हसनुराम अंबेडकरी के पास सबसे कम महज 12 हजार रुपये ही हैं। वहीं दूसरे नंबर पर एटा के निर्दलीय प्रत्याशी कैलाश कुमार आते हैं, जिनकी संपत्ति मात्र 19 हजार रुपये है।
तीसरे चरण के तहत 100 में से 33 प्रत्याशियों ने अपनी शैक्षिक योग्यता 5वीं और 12वीं के बीच घोषित किया है। जबकि 52 प्रत्याशियों ने अपनी शैक्षिक योग्यता स्नातक व उससे अधिक बताई है। वहीं, 12 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता के तहत केवल साक्षर और दो उम्मीदवार ने खुद को निरक्षर बताया है।