कानपुर मेट्रो के अंडरग्राउंड सेक्शन को मेट्रो रेल संरक्षा आयुक्त (CMRS) से मंजूरी मिल गई है। अब यात्री आईआईटी कानपुर से सेंट्रल रेलवे स्टेशन तक मेट्रो से आसानी से यात्रा कर सकेंगे। कुल 16 किलोमीटर के सफर में मेट्रो केवल 28 मिनट का समय लेगी।
मेट्रो का संचालन पहले से आईआईटी से मोतीझील तक 9 किमी में हो रहा था। अब मोतीझील से सेंट्रल तक 7 किमी का नया सेक्शन शुरू किया जाएगा, जिससे मेट्रो की कुल दूरी 16 किमी हो जाएगी। इस रूट पर 14 स्टेशन बनाए गए हैं:
कानपुर मेट्रो के इस रूट के लिए न्यूनतम किराया ₹10 और अधिकतम ₹40 निर्धारित किया गया है। किराया इस प्रकार से तय होगा:
आईआईटी से सेंट्रल स्टेशन तक की यात्रा करने पर ₹40 का किराया देना होगा।
सीएमआरएस की मंजूरी मिलने के बाद अब संभावना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 अप्रैल को कानपुर मेट्रो के अंडरग्राउंड सेक्शन का लोकार्पण करेंगे। उनके दौरे को लेकर UPMRC और जिला प्रशासन द्वारा तैयारियां तेज़ी से चल रही हैं।
कानपुर मेट्रो के इस सेक्शन में ऑटोमैटिक ट्रेन ऑपरेशन (ATO) मोड का इस्तेमाल किया जाएगा। ट्रेन में ड्राइवर तो मौजूद रहेगा, लेकिन संचालन स्वचालित प्रणाली से होगा। केवल आपात स्थिति में ही ड्राइवर हस्तक्षेप करेगा। इससे पहले आमतौर पर मेट्रो ट्रेनों को ऑटोमैटिक ट्रेन प्रोटेक्शन (ATP) मोड में संचालित किया जाता है, लेकिन कानपुर मेट्रो में पहले दिन से ही ATO मोड अपनाया जाएगा।
यात्रियों की सुविधा के लिए मेट्रो स्टेशनों पर ऑटोमैटिक फेयर कलेक्शन (AFC) सिस्टम, टिकट वेंडिंग मशीन और अन्य टिकटिंग सेवाएं पूरी तरह से क्रियाशील कर दी गई हैं। यह आधुनिक टिकटिंग प्रणाली यात्रियों को तेज़, सुरक्षित और संपर्क रहित अनुभव प्रदान करेगी।