लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार तमाम योजनाओं के माध्यम से गरीबों और वंचितों के जीवन स्तर बढ़ाने के लिए काम कर रही है। केंद्र सरकार की पीएम विश्वकर्मा योजना को भी प्रदेश में पूरी गंभीरता के साथ संचालित कर रही है। पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत लाभ लेने के लिए उत्तर प्रदेश के कारीगर उत्साहित हैं। उत्तर प्रदेश दूसरा ऐसा राज्य है, जहां सबसे ज्यादा लोगों ने योजना के लिए आवेदन किया है। बता दें कि उत्तर प्रदेश में 28 लाख से ज्यादा लोगों ने पीएम विश्वकर्मा योजना के लिए आवेदन किया है, जिसमें 23 लाख से ज्यादा आवेदन दर्जी ट्रेड में आए हैं। योगी सरकार सभी ट्रेड में आए आवेदनों का त्रिस्तरीय सत्यापन करेगी। इसके बाद इन्हें आवश्यकतानुसार प्रशिक्षण और ऋण दिया जाएगा।
यूपी में 28 लाख से ज्यादा आवेदन
अब तक विश्वकर्मा पोर्टल के माध्यम से उत्तर प्रदेश में कुल 28,42,247 आवेदन प्राप्त हुए हैं। इसमें सर्वाधिक 23,53,792 आवेदन दर्जी ट्रेड में हुए हैं, जबकि राजमिस्त्री (133347), बढ़ई (99027), लोहार (41773), नाई (40848), हैमर एवं टूल किट मेकर (25590), धोबी (24294), कुम्हार (23059), मालाकार (22619), परंपरागत खिलौना बनाने वाले (19130), चटाई और बास्केट बनाने वाले (16067) और सुनार (12733) ट्रेड के लिए आवेदन मिले हैं। इसके अलावा मूर्तिकार (9517), मछली जाला बनने वाले (8563), चमड़े का काम करने वाले (7689), ताला बनाने वाले (3594), आर्मरर (3387) और बोट बनाने वाले (2777) ट्रेड में भी आवेदन मिले हैं।
आवेदनों का त्रिस्तरीय सत्यापन जारी
गौरतलब है कि पीएम विश्वकर्मा पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन आवेदनों का त्रिस्तरीय सत्यापन का कार्य चल रहा है। सत्यापन के साथ ही इन सभी कारीगरों के नामांकन की प्रक्रिया भी चल रही है। योजना के अंतर्गत लाभार्थियों को पीएम विश्वकर्मा सर्टिफिकेट और आईडी कार्ड के साथ स्किल अपग्रेडेशन, टूलकिट इंसेंटिव, क्रेडिट सपोर्ट समेत डिजिटल ट्रांजेक्शन पर इंसेंटिव और मार्केटिंग सपोर्ट जैसे कई लाभ भी मिलेंगे।