भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उत्तर प्रदेश में अपने नए प्रदेश अध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया को अंतिम रूप देने में जुटी है। 2027 के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए ऐसा चेहरा चुना जाएगा जो पार्टी को अधिक से अधिक सीटें दिलाने में सक्षम हो।
OBC या ब्राह्मण चेहरा हो सकता है अध्यक्ष
भाजपा के राजनीतिक समीकरणों को देखते हुए यह संभावना जताई जा रही है कि ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) या ब्राह्मण समुदाय से आने वाले नेता को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। पार्टी अपने पुराने इतिहास और सामाजिक समीकरणों को ध्यान में रखते हुए इस फैसले को अंतिम रूप देगी।
भाजपा के पिछले चुनावी प्रदर्शन पर एक नजर
भाजपा ने 2017 के विधानसभा चुनावों में केशव प्रसाद मौर्य के नेतृत्व में 312 सीटें जीतकर ऐतिहासिक प्रदर्शन किया था। इसके बाद 2022 के चुनावों में स्वतंत्र देव सिंह की अगुवाई में पार्टी ने 255 सीटों पर जीत दर्ज की थी।
नए अध्यक्ष के चयन में समन्वय अहम
भाजपा के लिए नया प्रदेश अध्यक्ष ऐसा होना चाहिए जो मुख्यमंत्री से बेहतर तालमेल बिठा सके और पार्टी को संगठनात्मक रूप से और मजबूत बना सके। पार्टी का नेतृत्व इस पहलू को भी ध्यान में रखकर ही अंतिम फैसला करेगा।
जल्द होगा नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान
भाजपा नेतृत्व जल्द ही नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम की घोषणा कर सकता है। पार्टी 2027 के चुनावों में अपनी स्थिति और मजबूत करने के लिए एक प्रभावशाली और जनस्वीकार्य नेता को इस पद पर नियुक्त करने की योजना बना रही है।