UP News: यूपी में होने वेला विधानसभा उपचुनाव के लिए योगी ने 16 मंत्रियों की ‘स्पेशल टीम’ को जमीन पर उतार दिया है। इस टीम में भाजपा और उसके सहयोगी दलों के मंत्रियों को पूरा ध्यान रखा गया है। सभी को विधानसभा का यह उपचुनाव हर हाल में जीतने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिसके लिए एक विधानसभा सीट में दो मंत्रियों की ड्यूटी लगी है।
10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए सभी दल अपने-अपने स्तर पर तैयारी में जुटे हुए हैं। बीजेपी इन 10 विधानसभा सीटों में से अपने हिस्से की 5 सीटों पर कब्जा बरकरार रखने के साथ ही पांच सीटों को भी जीतने की रणनीति बनाई है। इसकी कमान खुद मुख्यमंत्री ने अपने हाथों में लिया है।
पिछले दिनों सीएम योगी के साथ हुई बैठक में ओम प्रकाश राजभर को छोड़कर सभी सहयोगी दलों के मंत्री आयोजन में मौजूद रहे थे। इस बैठक में उपचुनाव को कैसे जीता जाए इसपर चर्चा हुई। जिसके बाद 16 मंत्रियों की टीम का गठन करके सभी को अपनी-अपनी सीटों पर जीत दर्ज करने की जिम्मेदारी सौंप दी गई।
मंत्रियों की टीम में भाजपा के साथ-साथ सहयोगी दलों के मंत्रियों को भी शामिल किया गया है। वहीं कुछ सीटों पर दो तो कुछ पर एक मंत्री को जिम्मेदारी दी गई है।
गौरतलब है कि, उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में जीत दर्ज करना भाजपा के लिए अब प्रतिष्ठा का सवाल बन चुका है और साथ ही लोकसभा चुनाव 2024 में मिली हार के लिए यह मरहम का भी काम करेगा। इसलिए मंत्रियों को किसी भी स्थिति या परिस्थिति में हर हाल में जीत दर्ज करना और जिसके लिए अभी से संबंधित क्षेत्रों में डटे रहने को कहा गया है।
यूपी में उप चुनाव की तारीखों की घोषणा जल्द हो सकती है जिसको देखते हुए भाजपा में टिकट के लिए भी भागदौड़ अब दिखने लगी है। विधायक से सांसद बनने वाले नेता जहां अपने परिवार के किसी सदस्य को टिकट दिलाने की फिराक में हैं। वहीं कई पूर्व भाजपा सांसद और विधायक भी टिकट के दौड़ में बने हुए हैं।