यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सिंगल स्क्रीन सिनेमाघरों के लिए महत्वपूर्ण निर्णय दिया है। प्रदेश सरकार ने इन सिनेमाघरों को दोबोरा जीवित करने के लिए प्रोत्साहन योजना बनाई है। इसी के साथ सरकार की यह योजना निवेश और सृजन की दृष्टि से भी उपयोगी होने वाली है।
सिनेमाघरो में फिर लौटेगी रौनक
यूपी में बंद पड़े सिंगल स्क्रीन सिनेमाघरों में अब एक बार फिर से रौनक आने वाली है। प्रदेश सीएम योगी ने बंद पड़े सिनेमाघरों, मल्टीप्लेक्स विहीन जिलों में मल्टीप्लेक्स निर्माण और सिंगल स्क्रीन सिनेमाघरों के निर्माण के लिए अनुदान योजना तैयार करने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को सौंपा है। योगी ने यह आदेश बृहस्पतिवार को राज्य विभाग के अधिकारियों को साथ हुए बैठक में यह निर्देश दिया है।
जनता के मनोरंजन में सिनेमा की अहम भूमिका
योगी ने इस बैठक में कहा कि आम जनता के लिए, मनोरंजन के प्रमुख साधनों में से सिनेमा की बड़ी भूमिका है। फिर आगे उन्होंने कहा कि नए दौर में परिवर्तित होती तकनीक के साथ प्रदेश में सिंगल स्क्रीन वाले पुराने सिनेमाघर या तो बंद हो गए अथवा उनकी आर्थिक स्थिति अब इन सिनेमा को चलाने वाली नहीं रही है। ऐसे में इन सिनेमाघरों को दोबारा जीवित करने के लिए राज्य सरकार प्रोत्साहन योजना लाने के पक्ष में है। यह योजना निवेश और रोजगार सृजन की दृष्टि से भी कारगर होगी।
पुनः संचालित करने का करें प्रयास
योगी ने कहा कि योजना ऐसी होनी चाहिए जिससे कि बंद अथवा संचालित सिनेमाघरों के स्थान पर व्यावसायिक कॉम्पलेक्स और कम क्षमता के सिनेमाघरों का निर्माण, बंद सिनेमाघरों को उसी स्थिति में पुनः संचालित करने की प्रेरणा मिले। इसी के साथ सिनेमाघरों के लिए निर्धारित न्यूनतम सीटों की संख्या की शर्त में व्यावहारिक दृष्टिकोण को अपनाते हुए रियायत देनी चाहिए।
यूपी सीएम ने कहा कि प्रदेश के करीब 39 जिलों में मल्टीप्लेक्स नहीं हैं जबकि 10 जिले ऐसे भी हैं जहां कोई सिंगल स्क्रीन अथवा मल्टीप्लेक्स सिनेमाघर मौजूद नहीं है। ऐसे में नई योजना बनाते समय ऐसे प्रावधान रखें कि मल्टीप्लेक्स निर्माण के लिए भी निवेशक आगे आए। निवेश प्रोत्साहन कार्यक्रमों के जैसे ही सरकार इन्हें भी अनुदान देगी।
वहीं जिन जिलों में पहले से मल्टीप्लेक्स बने हैं, यदि वहां नए मल्टीप्लेक्स के इच्छुक निवेशक आते हैं तो उनके लिए भी अनुदान का प्रावधान सरकार द्वारा किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने राज्य कर विभाग को संबंधित सेक्टर के निवेशकों तथा अन्य स्टेक होल्डरों से संवाद करते हुए जल्द इस संदर्भ में योजना तैयार करने के निर्देश दिए।