UP NEWS: अब प्रदेश के निजी नर्सिंग एवं पैरामेडिकल कॉलेजों में विद्यार्थियों को जनरल नर्सिंग एंड मिडवाइफरी (जीएनएम) कोर्स में दाखिला लेने के दौरान अब प्रवेश परीक्षा देना अब अनिवार्य हो गया है।
वहीं अब वर्ष 2025-26 से मेरिट के जरिये दाखिला नहीं होगा। वहीं इसके लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग ने इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी है। हालांकि इस संबंध में आदेश जारी कर दिया गया है।
आपको बता दें कि प्रदेश के 386 कॉलेजों में जीएनएम की करीब 17,845 सीटें हैं। जहां पर अब तक इन सीटों पर दाखिला हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट में मेरिट के आधार पर किया जाता रहा है।
हालांकि इस दौरान सत्र 2024-25 में केंद्रीयकृत प्रवेश परीक्षा के बाद अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा विश्वविद्यालय को ऑनलाइन काउंसिलिंग करने की जिम्मेदारी दी गई थी। इसी के साथ निजी कॉलेज संचालकों ने मांग करते हुए आठ जुलाई 2024 को चिकित्सा शिक्षा विभाग ओर से विशेष सचिव ने अपना फैसला बदल गया और मेरिट के आधार पर ही दाखिला दिया गया।
दरअसल, इस वर्ष 15 नवंबर को ही उत्तर प्रदेश स्टेट मेडिकल फैकल्टी के सचिव डॉ. आलोक कुमार श्रीवास्तव ने दाखिले के संबंध में आदेश जारी कर दिया है। वहीं सभी निजी क्षेत्र के नर्सिंग प्रशिक्षण केंद्रों के प्रबंधकों एवं प्रधानाचार्यों को निर्देश भेजे गए। जिसमें यह बताया गया कि आठ जुलाई 2024 के वर्ष 2025-26 में जीएनएम डिप्लोमा में दाखिला हाईस्कूल व इंटरमीडिएट में मेरिट के आधार पर नहीं किए जाएंगे। वहीं अब परीक्षाएं पारदर्शी तरीकें से प्रवेश परीक्षाएं होगी।