UP NEWS: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के चौथे स्थापना दिवस पर एक महत्वपूर्ण भाषण दिया गया।
इस दौरान उन्होंने स्वास्थ्य क्षेत्र में हाल की उपलब्धियों और सुधारों की सराहना करते हुए कहा कि आने वाले पांच सालों में प्रदेश में डॉक्टर की कमी नही रहेगी।
मुख्यमंत्री का कहना है कि लोहिया संस्थान अब एक सुपर स्पेशलिटी संस्थान के रूप में उभर चुका है, जो उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य क्षेत्र में एक प्रमुख केंद्र बन गया है। सीएम ने बताया कि संस्थान का सही हाथों में होना अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि यदि यह गलत हाथों में चला जाता है तो इससे सभी प्रभावित होते हैं।
प्रदेश में मेडिकल सुविधाओं पर विशेष दिया जा रहा है ध्यान – सीएम
इस भाषण के दौरान सीएम योगी ने स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता पर भी ध्यान केंद्रित करते हुए कि उत्तर प्रदेश में एक जिला, एक मेडिकल कॉलेज योजना पर तेजी से काम किया जा रहा है।
इस योजना के तहत, आने वाले वर्षों में डॉक्टरों की कमी को पूरा किया जाएगा और चिकित्सा सेवाओं को बेहतर बनाने का प्रयास किया जाएगा।
वहीं दूसरी ओर उन्होंने यह भी बताया कि आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत 5 करोड़ से ज्यादा गोल्डन कार्ड जारी किए जा चुके हैं जिसके जरिए वरिष्ठ नागरिकों को भी इसके लाभ देने का निर्णय लिया गया है।
प्रदेश में मेडिकल कॉलेजों को दिया जा रहा है बढावा
सीएम योगी का कहना है कि आज उत्तर प्रदेश वन डिस्ट्रिक्ट वन मेडिकल कॉलेज की दिशा में कार्य तेजी के साथ बढ़ रहा है।जहां एक ओर केंद्र और राज्य सरकार पीपीपी मोड पर भी मेडिकल कॉलेज बनाने की कार्रवाई को बढ़ा रही है। वहीं दूसरी ओर योगी सरकार ने यह आश्वासन दिलाया कि आने वाले अगले 5 से 7 वर्ष में डॉक्टरों की कमी नहीं रहेगी।
इस दौरान प्रदेश के सभी अनुभवी पीएचसी, सीएचसी को डॉक्टर मिलेंगे। इसके साथ ही आरएमएल, एसजीपीजीआई, केजीएमयू समेत अन्य संस्थानों को अच्छे विशेषज्ञ चिकित्सक भी मिलेंगे।
लेकिन इसके लिए हमें टीमवर्क के साथ काम करना होगा। आरएमएल उत्तर प्रदेश और उत्तर भारत का गेटवे है।इस उपब्लधि को ऐसे ही नहीं नहीं किया गया। इसके पीछे सकारात्मक सोच और पूरी टीमवर्क का प्रयास और मेहनत है।