UP NEWS: 69000 शिक्षक भर्ती को लेकर एक नया अपडेट सामने आया है। आज सीएम योगी उन सभी अभ्यर्थियों से मुलाकात करेंगे जो धरना – प्रदर्शन पर इलाहबाद हाई कोर्ट के आदेशों का पालन करने के लिए बैठे है।
इस धरने प्रदर्शन के दौरान कैबिनेट मंत्री ओपी राजभर जिला प्रशासन की ओर से आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों की मुलाकात सीएम योगी से कराने का आश्वासन दिया। इस दौरान अभ्यर्थियों से मुलाकात के लिए प्रतिनिधिमंडल का नाम भी मांगा गया।
क्यों किया जा रहा है धरना-प्रदर्शन
दरअसल, दिसंबर, 2018 में उत्तर प्रदेश सरकार ने 69 हज़ार सहायक शिक्षकों की भर्ती लिए नोटिफ़िकेशन जारी किया था। इस दौरान 2019 की जनवरी में परीक्षाएं करवाई गई।
इसी बीच इसमें अनारक्षित कैटगरी के लिए कट-ऑफ़ 67.11 फ़ीसदी था, OBC के लिए 66.73 फ़ीसदी और अनुसूचित जाति के उम्मीदवारों के लिए 61.01 फ़ीसदी किया गया था।
वहीं दूसरी ओर भर्ती में 4 लाख 31 हज़ार उम्मीदवारों ने आवेदन किया, जिसमें से करीब 1 लाख 46 हज़ार सफल हुए।परीक्षा के परिणाम के लिए मेरिट लिस्ट जारी की गई तो इस दौरान वह लिस्ट ही विवाद का कारण बन गई।
27 प्रतिशत आरक्षण की जगह 3.89प्रतिशत मिला
इस दौरान 19 हज़ार अभ्यर्थियों को जिनके कट-ऑफ़ से 65 प्रतिशत नंबर आए थे, उन्हें नियम के मुताबि सामान्य कैटेगरी में शामिल किया जाना चाहिए था,किन्तु ऐसा नहीं किया गया। वहीं दूसरी ओर अगर बेसिक शिक्षा OBC वर्ग का कोई अभ्यर्थी अनारक्षित श्रेणी के कट-ऑफ़ से ज़्यादा नंबर पाता है, तो उसे OBC कोटे से नहीं, बल्कि अनारक्षित श्रेणी में नौकरी मिलेगी।
यानी की उसे आरक्षण के दायरे में नहीं गिना जाएगा। उसे किसी प्रकार का कोई आरक्षण नहीं दिया जाएगा।लेकिन इस मामले में ऐसा नही हुआ इनकी नियुक्ति प्रक्रिया आरक्षित कोटे में ही पूरी कर दी गई थी। इस दौरान आंदोलन कर रहे अभ्यर्थियों का दावा था कि 69 हजार शिक्षक भर्तियों में OBC वर्ग को 27% की जगह मात्र 3.86% आरक्षण मिला है। इस प्रकार आरक्षण के नियमों के उल्लंघन हुआ है इसके ख़िलाफ़ छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया।